Jharkhand News : लातेहार न्यूज (चंद्रप्रकाश सिंह) : झारखंड के लातेहार जिला मुख्यालय में आयोजित कृषि मेला सह प्रदर्शनी को संबोधित करते हुए कषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि राज्य के किसानों की आत्मनिर्भरता ही सरकार की प्राथकिता है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस वर्ष 4 हजार 64 करोड़ रूपये का कृषि बजट बनायी है, ताकि किसानों के विकास को नया आयाम दिया जा सके. कोरोना संक्रमण के कारण हुये लॉकडाउन की वजह से विकास की गति धीमी हो गयी थी, लेकिन सरकार चार वर्ष में राज्य के 24 लाख किसानों को समृद्ध बनाने के लिए कार्य करेगी.
कृषि मंत्री ने कहा कि एक लीटर दूध पर एक रूपये अतरिक्त शुल्क दुग्ध उत्पादकों को देने की बात कही. छोटे एवं गरीब किसानों को एक-एक जोड़ा बैल दिया जायेगा. उन्होंने नेतरहाट विद्यालय के छात्रों को दूध उपलब्ध कराने के लिए गाय की खरीदारी के लिए एक लाख रूपये एवं सेना में बहाली के लिए तैयारी कर रहे नवजवानों को पोशाक के लिए एक लाख रूपये देने की बात कही.
लातेहार विधायक बैद्यनाथ राम ने कहा कि किसानों के विकास के लिए सरकार पूरी तरह संवेदनशील होकर कार्य कर रही है. किसानों के विकास को लेकर कई योजनाऐं संचालित हो रही हैं, ताकि किसान आत्मनिर्भर बन सकें. उन्होंने जिले के किसानों के द्वारा उत्पादित फसल, सब्जी एवं अन्य कृषि उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाने का आग्रह कृषि मंत्री बादल पत्रलेख से किया. मनिका विधायक रामंचद्र सिंह ने कहा कि कृषि मेला से जिले के विकास को नया आयाम मिलेगा.
उपायुक्त अबु इमरान ने कहा कि जिला प्रशासन सरकार के द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए कृतसंल्पित है. उन्होंने बताया कि जिले की 80 प्रतिशत से अधिक आबादी कृषि पर निर्भर है. उन्होंने कहा कि किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार के द्वारा संचालित योजनाओं का क्रियान्वन किया जा रहा है.
कृषि मेला सह प्रदर्शनी कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के द्वारा लगाए गए स्टॉल का सभी अतिथियों ने निरीक्षण किया. इसके पूर्व कृषि मंत्री श्री बादल पत्रलेख ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन किया. मौके पर लक्ष्मण यादव, मुनेश्वर उरांव, अरूण दुबे, सुदामा प्रसाद, अफताब आलम, प्रभात कुमार, हरिशंकर यादव, साजन कुमार, रिंकू कच्छप, आर्सेन तिर्की, मनोज पासवान व कई विभाग के पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra