Jharkhand News, Latehar News, लातेहार : झारखंड के लातेहार जिला अंतर्गत महुआडांड़ प्रखंड में झारखंड राज्य वनांचल ग्रामीण बैंक (Vananchal Gramin Bank, Jharkhand) के द्वारा ऋण वितरण में फर्जीवाड़ा का मामला प्रकाश में आया है. इसका खुलासा तब हुआ जब बैंक ने कई ग्रामीणों को नोटिस भेजा. जिन्हें नोटिस भेजा गया था उनमें से कई महिलाओं का उक्त बैंक में खाता भी नहीं है, जबकि अन्य महिलाओं ने भी बैंक से ऋण लिया ही नहीं है.
बैंक के द्वारा प्रखंड के खजूरतला गांव की 16 महिलाओं को ऋण की वसूली के लिए नोटिस भेजा गया है. इन महिलाओं ने बताया कि उन्होंने कभी किसी भी बैंक से ऋण लिया ही नहीं है और ना ही कभी इसके लिए आवेदन दिया है. ऐसे में ऋण वसूली के लिए नोटिस मिलने वे मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रही हैं.
पुष्पा कुजूर ने बताया कि उन्हें 59,252 रुपये जमा करने का नोटिस मिला है, जबकि मैंने कभी ऋण के लिए आवेदन दिया ही नहीं है. उन्होंने कहा कि वे मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं. ऐसे में बैंक के द्वारा ऋण वसूली का नोटिस भेजे जाना समझ से परे है. वहीं, दयामुणी खलखो ने बताया कि उन्हें 14,803 रुपये बतौर ऋण जमा करने का नोटिस मिला है. उन्होंने बताया कि आज तक उनका बैंक में खाता ही नहीं खुला है.
इसी तरह किरण केरकेट्टा को 47272, सुषमा खाखा को 14803, कमला कुजूर को 59252 रुपये जमा करने का नोटिस झारखंड राज्य वनाचंल ग्रामीण बैंक, महुआडांड़ के द्वारा दिया गया है. इस मामले में केंद्रीय जन संघर्ष समिति के सचिव जेरोम जेराल्ड कुजूर ने बताया कि महिलाओं की शिकायत से प्रतीत होता है कि इनके नाम पर फर्जी तरीके से ऋण निकाल कर बंदरबाट कर लिया गया है. यह बिना बैंक कर्मियों की मिलीभगत से यह संभव नहीं है. इस मामले की जांच की जानी चाहिए.
इस संबंध में पूछे जाने पर झारखंड राज्य वनांचल ग्रामीण बैंक, महुआडांड़ मैनेजर सुदर्शन राम ने बताया कि जब तक महिलाएं बैंक नहीं आयेगी, तब तक यह नहीं कहा जा सकता कि यह मामला फर्जी है. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि गलत लोगों को नोटिस थमा दिया गया हो. उन्होंने महिलाओं से बैंक आकर शिकायत करने की अपील की.
Posted By : Samir Ranjan.