Jharkhand News: रूपा तिर्की मौत मामले में CBI ने रूपा के रिश्तेदार सुमन खलखो से की ढाई घंटे पूछताछ

रूपा तिर्की मौत मामले में CBI की टीम हर पहलुओं से जांच-पड़ताल कर रही है. सोमवार को रूपा के रिश्तेदार और इस मामले की गवाह सुमन खलखो से करीब ढाई घंटे तक पूछताछ की. साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट और CCTV फुटेज पर भी निगाहें बनाये हुए है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2021 6:10 AM
an image

Rupa Tirky Death Case Update News (साहिबगंज) : साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत की जांच में जुटी CBI की टीम पांचवें दिन एक अहम गवाह सुमन खलखो से ढाई घंटे तक पूछताछ की. हालांकि, टीम ने सुमन खलखो से क्या पूछताछ की? इसका खुलासा नहीं हो सका.

बताया जाता है कि सोमवार की दोपहर करीब 3:45 बजे CBI की टीम स्कॉर्पियो से गंगा विहार पार्क के नजदीक टाइप-सी सरकारी क्वार्टर में रहने वाली सुमन खलखो के घर पहुंची. जहां एक महिला पुलिस पदाधिकारी की मौजूदगी में टीम ने सुमन से कई बिंदुओं पर पूछताछ की.

दरअसल सुमन खलखो दिवंगत रूपा तिर्की की साहिबगंज में एकमात्र ऐसा रिश्तेदार है जिनके पास उनका हमेशा आना-जाना लगा रहता था. यही नहीं पुलिस ने मामले में जिन 56 लोगों को गवाह बनाया है, उनमें सुमन खलखो एक महत्वपूर्ण गवाह है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, रूपा तिर्की की मौत की खबर सुनकर पहुंची पुलिस ने सुमन खलखो की मौजूदगी में ही कमरे के दरवाजे का लॉक खुलवाया था.

Also Read: रूपा तिर्की मौत मामले की गुत्थी सुलझाने फोरेंसिक टीम का सहारा ले सकती है CBI,दिल्ली से जल्द पहुंचेगी टीम
पोस्टमार्टम टीम पर सवालिया निशान

CBI जांच में पोस्टमार्टम करने वाली टीम पर सबसे अधिक सवालिया निशान लगा हुआ है. सवाल उठाया जा रहा है कि महिला की पोस्टमार्टम करने के लिए डॉक्टरों की टीम में महिला चिकित्सक को क्यों नहीं रखा गया? इतना ही नहीं, घटना- दुर्घटना के मामले में मृतक का बिसरा अस्पताल में सुरक्षित और संरक्षित रखा जाता है, ताकि जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल किया जा सके. लेकिन, इस मामले में बिसरा को सुरक्षित रखना मुनासिब नहीं समझा गया. स्वास्थ्य विभाग से हुई इस चूक ने पूरे मामले को कटघरे में खड़ा कर दिया है.

CCTV फुटेज से मिल सकती है अहम जानकारी

CBI को पुलिस द्वारा समर्पित CCTV फुटेज जांच में अहम किरदार निभा सकता है. हालांकि, CBI को अब भी मौत से संबंधित दस्तावेज मिलने का इंतजार है. CBI की अर्जी लगाने के बाद भी जिस जिला एवं सत्र प्रथम न्यायाधीश केके शुक्ला ने यह कहते हुए टीम को दस्तावेज नहीं सौंपा था कि केस का ट्रायल न्यायालय में शुरू हो चुका है. उनका अब यहां से स्थानांतरण हो चुका है.

Posted By : Samir Ranjan.

Exit mobile version