Jharkhand News, Hazaribagh News, बड़कागांव (हजारीबाग) : हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव प्रखंड क्षेत्र के NTPC पंकरी बरवाडीह कोल माइंस अपने पोषक क्षेत्र के चुरचू गांव में ओबी डम्प करने के लिए प्रशासन की मदद से बिना सूचना दिये ही घरों को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू दी है. पहले चरण में इस गांव के 27 मकानों का मापी कर खाली कराने का कार्य किया जा रहा है. इसका विरोध भी तेज हो गयी है.
इस संबंध में NTPC के अधिकारियों ने बताया कि ओबी डंप करने के लिए जमीन की आवश्यकता है. चुरचू गांव के खाता नंबर 24 एवं 25 को खाली कराना जरूरी पड़ गयी है. जिन ग्रामीणों का घर खाली कराया जा रहा है उसमें दशरथ साव, जयनंदन साव, तिलेश्वर साव, नरेश साव, टिकेश्वर साव, गालो साव आदि शामिल हैं.
वहीं, NTPC पदाधिकारियों के आदेश का भू- स्वामी काफी विरोध कर रहे हैं. इनलोगों का कहना है कि विस्थापन नीति लागू किये बिना एवं हम रैयतों को बिना सूचना दिये ही हमें घरों से जबरन निकाला जा रहा है. रैयतों ने कहा कि नौकरी, रोजगार से जोड़ें और हमलोगों को सबसे पहले जमीन का भुगतान किया जाये, जबकि कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि जमीन का भुगतान ट्रेजरी में डाल दिया गया है. आप वहां से ले सकते हैं.
इस बात से असंतुष्ट रैयतों का कहना है कि हमारा पैसा हमें हाथ में मिलना चाहिए. विस्थापन नीति के तहत लाभ भी हमलोगों को मिल सके. रैयतों ने अंदेशा जताया कि कहीं ऐसा ना हो कि हम कंपनी को मदद करें और उसके बदले में मुझे सजा मिले. यह बात इसलिए बोला गया है कि जो रैयत NTPC कंपनी को जमीन दिया, उसको आज बढ़ोतरी नहीं मिल रही है.
मौके पर बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद चुरचू गांव पहुंची. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि कंपनी कोई भी कार्य नियम के विरुद्ध नहीं करेगा तथा ग्रामीण एवं भू- रैयतों की मर्जी के खिलाफ किसी के भी घर को खाली नहीं कराया जायेगा. मौके पर एनटीपीसी के अधिकारी और त्रिवेणी सैनिक के अधिकारी भी मौजूद थे.
Posted By : Samir Ranjan.