नवरात्र में मां भद्रकाली मंदिर में बिना स्लॉट बुकिंग कराये श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, जानें क्या है व्यवस्था
नवरात्र में चतरा के इटखोरी स्थित मां भद्रकाली मंदिर में माता का दर्शन श्रद्धालुओं की काफी उमड़ पड़ी. इस दौरान स्टॉल बुक कर माता का दर्शन करने की व्यवस्था फेल नजर आयी. नवरात्र में करीब 30 हजार श्रद्धालु बिना स्टॉल कराये माता का दर्शन किये.
Jharkhand News (विजय शर्मा, इटखोरी, चतरा) : नवरात्र के दिनों में चतरा के इटखोरी में मां भद्रकाली का दरबार भक्तों से गुलजार रहा. करीब 30 हजार श्रद्धालुओं ने माता का दर्शन किये. माता का दर्शन करने वालों में झारखंड समेत पश्चिम बंगाल, बिहार, यूपी, एमपी के श्रद्धालु यहां पहुंचे. 10 दिनों तक मंदिर परिसर भक्तों के जयकारा से गूंजता रहा. ऑनलाइन बुकिंग की जगह ऑफलाइन श्रद्धालुओं की संख्या ही अधिक रही.
झारखंड में चार पूजा स्थलों में दर्शन के लिए ऑनलाइन की सुविधा उपलब्ध है. इसके तहत देवघर के बाबा बैद्यनाथ के अलावा दुमका के बासुकिनाथ धाम, रजरप्पा के मां छिन्नमस्तिके मंदिर और इटखोरी के मां भद्रकाली मंदिर में ऑनलाइन स्टाॅल बुक कर दर्शन कर सकते हैं. लेकिन, नवरात्र में यह व्यवस्था फेल साबित हुई. बिना स्लॉट बुकिंग कराये श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी.
मां भद्रकाली का दर्शन करने आये श्रद्धालुओं में कोई मन्नत पूरी होने पर आये, तो कोई मन्नत मांगने आये थे. हर कोई माता का आशीर्वाद लेने आये थे. कोलकाता से आये श्रद्धालुओं ने कहा कि मां भद्रकाली की काफी चर्चा सुना था. इसलिए दर्शन करने आ गये. पूजा करने के बाद आत्म संतुष्टि हुई.
शनिवार को भी भद्रकाली मंदिर में काफी भीड़ थी. त्योहार में अपने घर आये लोगों ने पूजा किये. दिनभर मंदिर में भीड़ थी. त्योहार बीतने के बाद लोग पुनः दूसरे प्रदेशों में रोजगार के लिए रवाना होने से पहले मां भद्रकाली का आशीर्वाद लिये. श्रद्धालुओं ने कहा कि माता से सुख-समृद्धि की कामना कर रोजगार के लिए दूसरे प्रदेश जा रहे हैं.
बता दें कि कोरोना गाइडलाइन के तहत राज्य सरकार ने मंदिरों में एक घंटे में 100 श्रद्धालुओं के प्रवेश की अनुमति दी है. श्रद्धालुओं को मंदिरों में दर्शन के लिए कोई परेशानी ना हो इसके लिए एक लिंक भी जारी की है. इसके तहत http://jharkhanddarshan.nic.in पर जाकर आप अपना स्टॉल बुक कर सकते हैं. यह स्टॉल बुक नि:शुल्क होता है. इसके माध्यम से राज्य सरकार की कोशिश है कि कोरोना गाइडलाइन के तहत श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश कराया जाये.
Posted By : Samir Ranjan.