हावड़ा नई दिल्ली रेल मार्ग पर धनबाद और गोमो स्टेशन के बीच निचितपुर रेल फाटक के पास बड़ी घटना हो गई है, जिसमें 6 लोग जिंदा जल गए और करीब एक दर्जन से अधिक झुलस गए. दरअसल, निचितपुर रेल फाटक का पास मजदूर पोल गाड़ रहे थे और उन्होंने शटडाउन नहीं लिया था. काम के दौरान पोल डगमगा कर 25000 वोल्ट के ओवरहेड तार से छू गया. जिसके बाद करंट की चपेट में आने से मौके पर 6 लोगों की मौत की सूचना है. जबकि कई झुलस गए हैं.
यह हादसा 25000 वोल्ट बिजली की तार की चपेट में आने से हुआ है. घटना के बाद ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोका गया है. जानकारी के मुताबिक अभी एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं.
जानकारी के मुताबिक मजदूर, लातेहार, पलामू व इलाहाबाद के बताये जा रहे हैं. मृतकों में गोविंद सिंह, श्यामदेव सिंह, सुरेश मिस्त्री, श्याम भुइया, संजय राम व एक अन्य शामिल है. सूचना मिलने पर डीआरएम कमल किशोर सिन्हा सहित रेलवे के आला अधिकारी घटनास्थल पहुंचे और मामले की जानकारी ली. इधर, हादसे के बाद आमजनों का जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला. लोग इस घटना के लिए ठिकेदार और रेलवे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि अगर रेलवे प्रशासन लापरवाही बरती होती तो ये दुर्घटना नहीं होती.
जानकारी के मुताबिक ये घटना डाउन लाइन के पोल संख्या 7 में घटी है. बताया जाता है कि ठिकेदार रेल लाइन के किनारे पोल को गाड़ रहा था. इस दौरान 25 हज़ार वॉल्ट रेलवे के लाइन में सट गया. इससे घटनास्थल पर ही 6 मजदूरों की मौत हो गयी. जबकि दो मज़दूर किसी तरह वहां से जान बचाकर भाग निकले. बगल बस्ती की एक युवती निशा कुमारी जो उसी जगह के चापानल से पानी ले रही थी. वह भी करंट की शिकार हो गयी. हालांकि, उनकी स्थिति गंभीर नहीं है.
प्रत्यक्षदर्शियों में शामिल अनिता देवी, रीना देवी ने इस हादसे के संबंध में बताया कि एक घंटे तक आग धधकता रहा. इससे आस पास के इलाकों में चीख पुकार मच गयी. घटना की सूचना मिलने पर बाघमारा एसडीपीओ निशा मुर्मू, रामकनाली ओपी प्रभारी वीके चेतन सहित अन्य थानों की पुलिस पहुंची और मामले की छानबीन की. इस संबंध में जब डीआरएम से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बगैर पावर ब्लॉक के यह काम चल रहा था. घटना की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.