Jharkhand News, लातेहार न्यूज (अरशद आजमी) : झारखंड के लातेहार जिले में हाथियों का आतंक थम नहीं रहा है. बारियातू टीओपी अंतर्गत तीन अलग-अलग स्थानों पर जंगली हाथियों ने बीते गुरुवार की रात व शुक्रवार अहले सुबह उत्पात मचाते हुए दो व्यक्तियों व दो पशुओं को कुचल दिया. इस कारण घटना स्थल पर ही सभी की मौत हो गई. इससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है. आपको बता दें कि तीन महीने में चार लोगों को हाथियों ने मार डाला है. दोनों परिवारों को बतौर मुआवजा 40-40 हजार रुपये दिए गए. कुल चार लाख रुपये मुआवजा आपदा प्रबंधन विभाग से दिए जाएंगे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात्रि में हाथियों का झुंड अमरवाडीह पंचायत के गढवातांड़ पहुंचा, जहां रामवृक्ष उरांव के घर के समीप बने मचान के नीचे बंधे एक बैल को कुचल कर मार डाला. इसके बाद हाथियों का झंड लगभग 8 किलोमीटर दूर मनातु ग्राम के अम्बाखाड़ पहुंचा, जहां अम्बाखाड़ निवासी गोविन्द यादव (50 वर्षीय) अपने भैंसौं को मेलान खोल आराडाका जंगल में चरा रहे थे कि हाथियों का झुंड वहां पहुंच गया. हाथियों के पहुंचने की आहट मिलते ही सभी भैंस भाग निकले. तब तक हाथियों ने गोविन्द को घेर लिया और कुचल दिया. जिससे घटनास्थल पर ही इनकी मौत हो गई.
हाथियों का झुंड यहीं नहीं रुका. पास की सिबला पंचायत के बेसरा ग्राम निवासी सुबोध उरांव (पिता स्वर्गीय रामेश्वर उरांव) शुक्रवार अहले सुबह पास के ही दिपनधरी दोहर में शोच के लिए गया था कि झुंड ने घेर कर उसे कुचल दिया, जिससे घटना स्थल पर ही इसकी मौत हो गई. घटना की जानकारी ग्रामीणों ने बारियातू बीडीओ सह सीओ प्रतिमा कुमारी, बालुमाथ थानेदार धर्मेन्द्र कुमार महतो को दी. सूचना पाते ही बीडीओ व थानेदार घटना स्थल पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों से बातचीत की. आपको बता दें कि तीन माह में हाथियों ने अब तक चार लोगों को मार डाला है. लगभग 2 हजार एकड़ भूमि पर लगी फसल को पूरी तरह बर्बाद कर दिया गया है. इससे किसान भुखमरी के कगार पर हैं.
Posted By : Guru Swarup Mishra