झारखंड : बरहरवा सरकारी अस्पताल के रिकॉर्ड रूम में लगी आग, करोड़ों के पुराने दस्तावेज जलकर खाक
साहिबगंज के बरहरवा सरकारी अस्पताल के रिकार्ड रूम में आग लग गई, जिससे लाखों रुपये के सामान और करोड़ों की कीमत के पुराने दस्तावेज जलकर खाक हो गए. जिस कमरे में आग लगी थी, उसके ठीक नीचो मरीजों का कमरा था.
साहिबगंज जिले के बरहरवा बाजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ऊपरी मंजिल में आग लग गई. यह आग अस्पताल के रिकॉर्ड रूम में लगी थी, जिसके कारण लाखों के सामान और साल 2007 के बाद के पुराने व जरूरी कागजात, एनएचएम सम्बंधित व वित्तीय संबंधित सभी कागजात जलकर राख हो गए. घटना बुधवार सुबह की है. आग अस्पताल के ऊपरी मंजिल में लगी थी और नीचे मरीजों का कमरा था, अगर आग की लपटें ज्यादा रहती तो एक बड़ी घटना घट सकती थी. हालांकि, समय रहते आग पर काबू पा लिया गया. जानकारी के अनुसार, बरहरवा सीएचसी भवन के ऊपरी तल्ले के एक कमरे में कर्मियों के वेतन, जन्म मृत्यु पंजीकरण सहित अन्य काम किये जाते थे. दुर्गा पूजा की छुट्टी होने के कारण रिकॉर्ड रूम रविवार से बंद था. कमरे में बैट्रा, इन्वर्टर, बड़ा जेरोक्स मशीन, प्रिन्टर, प्रोजेक्टर के अलावा काम काज के रजिस्टर, हार्ड कॉपी रखे हुए थे. कर्मी बताते हैं कि रविवार को कमरा बंद करने के पहले कमरे की बिजली बंद कर दी गई थी, लेकिन कमरे में रखा इन्वर्टर शायद ऑन था, हो सकता है किसी कारणवश इन्वर्टर में शॉर्ट-सर्किट हो गया होगा, जिसके कारण इतनी बड़ी घटना घटी है.
बुधवार की अहले सुबह करीब 3:10 बजे सीएचसी से सटे क्वार्टर के ऊपरी मंजिल में रह रहे एक कर्मी ने अपने कमरे में चारों ओर धुंआ पाया तो उसे शक हुआ कि कहीं आग लग गयी है. जानकारी के लिए वे नीचे की ओर जाने लगे. इसी दौरान उसने देखा कि सीढ़ी के पास से सीएचसी की तरफ से काफी ज्यादा धुंआ और आग की लपटें आ रही हैं. उसने तुरंत इसकी सूचना बीपीएम दिनेश कुमार व अन्य कर्मियों को दी. सूचना मिलते ही बीपीएम ने बरहरवा सीएचसी के एमओआईसी डॉ. पीके संथालिया को घटना के बारे में बताया और अन्य कर्मियों के साथ कमरे के आग बुझाने में जुट गए. करीब 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका.
दो घंटे बाद पहुंचे अग्निशमन के कर्मी
जानकारी के अनुसार, कर्मियों ने दमकल विभाग को करीब 4 बजे सूचना दी. करीब 5.45 बजे दमकल की गाड़ी राधानगर से रामेश्वर राम प्रधान अग्निचालक, अग्निचालक प्यारे लाल तंबवार, पुनई भगत, सीएचसी पहुंचे. हालांकि, इसके पहले आग बुझा लिया गया था. कर्मी बताते हैं कि यदि बरहरवा में ही अग्निशमन विभाग की गाड़ी उपलब्ध रहती तो संभवतः कुछ कागजातों को जलने से बचाया जा सकता था. इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद बरहरवा थाना प्रभारी प्रियेश प्रसून ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली. मौके पर बरहरवा एमओआईसी डॉ प्रवीण संथालिया, बैम प्रताप कुमार, देवव्रत कुमार, दिनेश कुमार सहित अन्य मौजूद थे.
करोड़ों की कीमत के जले पुराने कागजात, होगी परेशानी
साहिबगंज जिले के बरहरवा सीएचसी के इस रिकॉर्ड रूम में साल 2007 के बाद के एनएचएम, फाइनेंशियल रिकॉर्ड के अलावा अन्य पुराने व करोड़ों की कीमत के कागजात जलकर खाक हो गए.
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