Jharkhand News : बांग्लादेशियों का फर्जी पासपोर्ट बनवाने वाला पूर्व मुखिया गणेश कीर्तनिया गिरफ्तार
गणेश कीर्तनिया द्वारा जब करीब 10 लोगों का फर्जी तरीके से पासपोर्ट बनवाया जा रहा था तो उस समय विशेष शाखा की टीम ने सभी पासपोर्ट को गुपचुप तरीके से जांच की और जांच में फर्जी पाया. जिसकी जानकारी विशेष शाखा की टीम द्वारा राज्य मुख्यालय को दी गयी. आखिरकार ये गिरफ्तार किया गया.
Jharkhand News, साहिबगंज न्यूज (नवीन कुमार) : झारखंड के साहिबगंज से पुलिस ने फर्जी पासपोर्ट बनाने के आरोपी गणेश कीर्तनिया को गिरफ्तार कर ही लिया. राधा नगर पुलिस ने उनके पैतृक गांव श्रीधर दियारा से गुप्त सूचना के आधार पर उसे दबोचा. ये पूर्व मुखिया रह चुका है. आरोप है कि मुखिया पद का दुरुपयोग करते हुए इसने बांग्लादेशियों का फर्जी तरीके से पासपोर्ट बनवा कर उन्हें बांग्लादेश भिजवाया है.
मिली जानकारी के अनुसार राधा नगर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गणेश कीर्तनिया घर आया हुआ है. सूचना पाकर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी को लेकर टीम गठित की और पूरी प्लानिंग के तहत गांव में घुसकर गणेश की गिरफ्तारी कर ली. फरार चल रहे इस आरोपी को कोरोना जांच के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. आपको बता दें कि गणेश कीर्तनिया मुखिया हुआ करता था और इस मुखिया पद का दुरुपयोग करते हुए बांग्लादेशियों का फर्जी तरीके से पासपोर्ट बनवा कर बांग्लादेश भेजने का आरोप है.
गणेश कीर्तनिया द्वारा जब करीब 10 लोगों का फर्जी तरीके से पासपोर्ट बनवाया जा रहा था तो उस समय विशेष शाखा की टीम ने सभी पासपोर्ट को गुपचुप तरीके से जांच की और जांच में फर्जी पाया. जिसकी जानकारी विशेष शाखा की टीम द्वारा राज्य मुख्यालय को दी गयी. इसके बाद मुख्यालय के निर्देशानुसार प्रथम दृष्टया कार्रवाई करते हुए राधा नगर थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया. उसके बाद मामले की जांच शुरू हो गई. इसी क्रम में गणेश कीर्तनिया को इसकी भनक लगी और वह फरार हो गया. पुलिस लगातार गणेश की तलाश में छापामारी अभियान चलाती रही. इस दौरान कई पुलिस अधीक्षक बदल गए, परंतु गणेश की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी.
बात वर्ष 2012 की है. उस समय जाली पासपोर्ट बनाने का मामला डीजीपी के साथ सभी एसपी के साथ हुई बैठक में उठा था. डीजीपी ने कार्रवाई का निर्देश भी दिया था. तत्कालीन एसपी के विजयालक्ष्मी ने तत्काल कार्रवाई शुरू की थी, लेकिन मामला अधर में ही लटक गया. गणेश कीर्तनिया को पूछताछ के लिए राधानगर थाना लाया गया था, लेकिन उस समय गणेश भाग निकला था. जब गणेश कीर्तनिया थाने से भागा था तो उस समय वहां पर द्वारका राम थानेदार थे. जब डीजीपी ने मामले में संज्ञान में लिया, तो जाली पासपोर्ट बनाने के मामले में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करते हुए द्वारका राम को निलंबित कर दिया था. अब ये थानेदार निलंबन से मुक्त हो गए हैं. वहीं, साहिबगंज के नए एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने कहा कि गणेश की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है.
Posted By : Guru Swarup Mishra