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Jharkhand News :जंगली हाथियों के झुंड ने रातभर मचायी तबाही, दहशत के बीच ग्रामीणों की गुजरी रात, मुआवजे की मांग

ग्रामीणों की मांग है कि वन विभाग ग्रामीणों की क्षति का आंकलन करते हुए उन्हें मुआवजा दे. हाथी फिर से गांव की तरफ ना आए ऐसी व्यवस्था की जाए. स्थानीय ग्रामीण अरविंद मिंज, एंथोनी मिंज, प्रमोद महतो, विराज मिंज का कहना है कि हाथी के आने के बाद पूरे गांव के लोग भयभीत हो गए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2021 6:40 PM
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Jharkhand News, लोहरदगा न्यूज (गोपी कुंवर) : झारखंड के लोहरदगा जिले के भंडरा प्रखंड क्षेत्र के तिलसिरी गांव में बीती रात जंगली हाथियों के झुंड ने जमकर तबाही मचायी. हाथियों के झुंड ने किसी के खेत को रौंदा, तो किसी के घर को तोड़ा. इतना ही नहीं, किसी की फसलों को भी बर्बाद कर दिया. इससे प्रखंड क्षेत्र के लोग रात भर दहशत में रहे. ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग की है.

बताया जा रहा है कि जंगली हाथियों का झुंड भरनो थाना क्षेत्र के अमलीया जंगल से रात लगभग साढ़े 9 बजे पहुंचा था. तिलसिरी गांव में तबाही मचाने के बाद सुबह लगभग 5 बजे वापस अमलीया जंगल की ओर लौट गया. इस दौरान गांव के लोगों ने भय के वातावरण में रतजग्गा कर रात बितायी. ग्रामीणों में इतना भय था कि लोग अपने घरों में दुबके रहे. किसी ने भी हाथियों के झुंड को भगाने का प्रयास नहीं किया. सुबह गांव में हाथी द्वारा नुकसान पहुंचाने की सूचना वन विभाग, थाना एवं गांव के मुखिया को दी गई, लेकिन किसी ने उनकी सुध नहीं ली.

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हाथियों के झुंड ने एंथोनी मिंज की खलिहान में रखा मक्का को बर्बाद किया. जिसके बाद आश्रिता मिंज के घर की दीवार तोड़कर 2 बोरा चावल खा गया. विजय लकड़ा के घर के पास केला को तोड़कर खाया एवं पौधों को बर्बाद किया. प्रमोद महतो की किराना दुकान का शेड तोड़कर घर में रखा धान खा गया. निकोलस मिंज के दो घरों की दीवार तोड़कर दी और धान एवं चावल खा गया. अरविंद मिज के बागान में केला, अमरूद, आम के पौधों को बर्बाद किया एवं घर को तोड़कर यहां भी रखे चावल को खा गया. विराज मिंज के घर को भी क्षति पहुंचाया.

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ग्रामीणों की मांग है कि वन विभाग ग्रामीणों की क्षति का आंकलन करते हुए उन्हें मुआवजा दे. हाथी फिर से गांव की तरफ ना आए ऐसी व्यवस्था की जाए. स्थानीय ग्रामीण अरविंद मिंज, एंथोनी मिंज, प्रमोद महतो, विराज मिंज का कहना है कि हाथी के आने के बाद पूरे गांव के लोग भयभीत हो गए. किसी ने भी हाथी को भगाने का प्रयास नहीं किया. लोग समूह बना कर हाथी को भगाने का प्रयास करते तो इतना भारी नुकसान नहीं होता.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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