Jharkhand Human Trafficking News : बच्चों की मानव तस्करी पर खूंटी में ब्रेक लगाने का ये है प्लान, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने करायी थी बच्चों की मैपिंग
Jharkhand Human trafficking News, Khunti News, खूंटी न्यूज (चन्दन कुमार) : राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के द्वारा झारखंड के खूंटी जिले में शुरू किये गये संवर्द्धन कार्यक्रम के तहत किये गये मैपिंग में कुल 4725 बच्चों को चिह्नित किया गया है. ये ऐसे बच्चे हैं, जो मानव तस्करी या विभिन्न प्रकार के शोषण के शिकार हैं अथवा कठिन परिस्थिति में रहते हैं. इनकी ट्रैफिकिंग की आशंका सबसे अधिक रहती है. ऐसे बच्चों के परिवार को सरकार की 35 प्रकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ा जाना है. जिससे बच्चों का भविष्य बेहतर बन सके.
Jharkhand Human trafficking News, Khunti News, खूंटी न्यूज (चन्दन कुमार) : राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के द्वारा झारखंड के खूंटी जिले में शुरू किये गये संवर्द्धन कार्यक्रम के तहत किये गये मैपिंग में कुल 4725 बच्चों को चिह्नित किया गया है. ये ऐसे बच्चे हैं, जो मानव तस्करी या विभिन्न प्रकार के शोषण के शिकार हैं अथवा कठिन परिस्थिति में रहते हैं. इनकी ट्रैफिकिंग की आशंका सबसे अधिक रहती है. ऐसे बच्चों के परिवार को सरकार की 35 प्रकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ा जाना है. जिससे बच्चों का भविष्य बेहतर बन सके.
नौ नवंबर 2020 को केंद्रीय मंत्री सह स्थानीय सांसद अर्जुन मुंडा ने संवर्द्धन कार्यक्रम का जिले में शुभारंभ किया था. कार्यक्रम के तहत उक्त चिह्नित बच्चों के परिवार को सरकार की 35 प्रकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ा जाना है. जिससे बच्चों का भविष्य बेहतर बन सके. इसके लिये जिले के सभी प्रखंडों में मैपिंग करायी गयी है.
मैपिंग में अड़की से 720, कर्रा से 1604, खूंटी से 948, मुरहू से 649, रनिया से 171 और तोरपा से 633 बच्चे चिह्नित हुये हैं. इसमें तस्करी के शिकार 19, बाल हिंसा के नौ, बाल श्रम के चार, लापता 65, आवासहीन 27, परित्यक्त 86, अनाथ 41, सिंगल पैरेंट 461, असमर्थ अभिभावक के 1711, गंभीर बिमारी से ग्रसित 447, दिव्यांग 66, असुरक्षित 248, विभिन्न आपदा से ग्रसित 353, नक्सलियों से प्रभावित 37, स्कूल नहीं जाने वाले 26, नशे से ग्रसित 516, कुपोषित 42, नशे की लत वाले परिवार के बच्चे 99, जुआ खेलने वाले परिवार के बच्चे 356, लॉकडाउन में वापस लौटे बच्चे 8, बुजुर्ग माता-पिता के बच्चे 33, ट्रांसजेंडर बच्चे 67, दोषसिद्ध बच्चे 4 हैं.
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Posted By : Guru Swarup Mishra