सरना झंडा उखाड़ने के विरोध में पड़हा समिति ने लातेहार NH 75 मार्ग घंटों किया जाम, CO के आश्वासन के बाद हटा जाम
सरना झंडा उखाडने व धुमकुड़िया भवन निर्माण में डाले जा रहे व्यवधान के विरोध में पड़हा समित ने लातेहार NH 75 मुख्य मार्ग को घंटो जाम किया. हालांकि, सीओ के आश्वासन के बाद जाम को खत्म किया गया. ग्रामीण जामस्थल पर पारंपरिक हथियारों के साथ उपस्थित थे.
Jharkhand News (लातेहार) : लातेहार जिला अंतर्गत सदर प्रखंड के अंबाझारण गांव में आदिवासी धार्मिक स्थल पर धुमकुड़िया भवन निर्माण में रोक-टोक और सरना झंडा उखाड़ने के विरोध में बुधवार को आदिवासी पड़हा समिति ने चक्का जाम किया. इस दौरान NH 75 मुख्य मार्ग घंटों जाम रहा. जामस्थल पर आदिवासी महिला व पुरुष पारंपरिक तरीके के साथ ढ़ोल- नगाड़ा लेकर पहुंचे थे, जबकि महिलाएं अपने हाथों में हसुआ और तीर-धनुष लेकर नारेबाजी कर रहे थे. हालांकि, सीओ के आश्वासन के बाद जाम हटाया गया.
जाम का नेतृत्व करते हुए जिला पड़हा राजा प्रभु उरांव ने कहा कि अंबाझारण में असमाजिक तत्वों द्वारा आदिवासी धार्मिक स्थल पर धुमकुड़िया भवन निर्माण में डाले जा रहे व्यवधान और सरना झंडा उखाड़ कर फेंक दिया था, जो आदिवासी आस्था के साथ खिलवाड़ है. कहा कि हम अपनी धार्मिक परंपरा को बचाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. इस अपराध में शामिल असामाजिक तत्वों पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए.
वहीं, रामलाल उरांव ने कहा कि अंबाझारण में वर्षों से हमारे पूर्वज आदिवासी धार्मिक स्थल पर पूजा-पाठ करते आ रहे हैं. वहां पर बिहार सरकार की जमीन है जिस पर धुमकुड़िया भवन का निर्माण कराया जा रहा था जिसे कुछ लोगों के द्वारा रोक लगवा दिया गया है.
उन्होंने कहा कि किसी को भी आदिवासी धार्मिक आस्था से खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है. जाम की सूचना पर अंचल अधिकारी रुद्र प्रताप पुलिस बल के साथ पहुंचे और जामकर्ताओं से बात की. इस दौरान जाम कर रहे गामीण सीओ की बातें को सुनने को तैयार नहीं थे.
इस बीच पलामू के किसान नेता केडी सिंह भी जाम कर रहे ग्रामीणों को समझाते दिखे. काफी समझाने के बाद सीओ ने जामकर्ताओं को लिखित आश्वासन दिया कि आगामी 8 नवंबर को अंबाझारण गांव पहुंच कर पूरे मामले की जांच की जायेगी. इसके बाद जाम समाप्त हुआ. मौके पर पॉल एक्का, कमलेश भगत, रमेश उरांव, तेतर उरांव, दिनु उरांव, लाल सहाय उरांव, नरेश उरांव, ग्राम प्रधान सहादेव उरांव, बुधराम उरांव व पहलु उरांव समेत कई लोग उपस्थित थे.
Posted By : Samir Ranjan.