Minority Scholarship Scam News, Jharkhand News, Hazaribagh News, केरेड़ारी (हजारीबाग) : झारखंड के हजारीबाग जिला अंतर्गत केरेडारी के 20 स्कूलों में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति गड़बड़ी मामले की जांच हुई. हजारीबाग डीसी के आदेश पर गठित 2 सदस्यीय टीम ने जांच किया. पहले दौर में 9 स्कूलों की जांच हुई, वहीं शुक्रवार को शेष 11 स्कूलों की जांच की गयी. इसके तहत अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति के आवेदन का मिलान किया गया, तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आये. 18 स्कूलों का आवेदन फर्जी पाया गया. इस दौरान फर्जी आवेदन के संबंध में स्कूलों ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि आईडी पासवर्ड एवं यू डैश को हैक कर फर्जी आवेदन किया गया है. इसमें स्कूल प्रबंधन की कोई भूमिका नहीं है.
शुक्रवार को उप समाहर्ता क्रिष्टीना रिचाइवर एवं केरेडारी बीईईओ चंद्रशेखर भारती के द्वारा किया. उप समाहर्ता क्रिष्टीना रिचाइवर एवं केरेडारी बीईईओ चंद्रशेखर भारती ने इकरा पब्लिक स्कूल पांडू, झारखंड पब्लिक स्कूल बरियातू, कस्तूरबा विद्यालय केरेडारी, मवि कराली, उउवि बेलतू, विवेकानंद इंगलिश अकादमी गर्रीखूर्द, चाणक्य सेंटर स्कूल कंड़ाबेर, एक्सिलेंट पब्लिक स्कूल पहरा, फागुसाव मेमोरियल उवि बेंगवरी, आइडियल कॉस्मिक कन्वेंट स्कूल बेलतू व इंडियन पब्लिक स्कूल पेटो का जांच किया गया.
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जांच में 11 स्कूलों के द्वारा अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति के लिए किया गया आवेदन का मिलान में आवेदन फर्जी पाया गया. वहीं, पूर्व में किये गये 7 विद्यालयों में आवेदन का सत्यापन में सभी आवेदन फर्जी मिले थे. 2 विद्यालय उउवि पगार और नेशनल पब्लिक स्कूल बसरिया से किये आवेदन का मिलान सही पाया गया.
18 स्कूलों में मिले फर्जी आवेदन पर बीईईओ चंद्रशेखर भारती ने कहा कि आवेदन सत्यापन में फर्जी आवेदन रद्द होंगे. वहीं, सही पाये गये आवेदनों को ही अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा.
Posted By : Samir Ranjan.