राजमहल (साहिबगंज) : नगर विकास संघर्ष समिति के बैनर तले राजमहल की जर्जर सड़क मरम्मत की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना समिति के अध्यक्ष राकेश कुमार के नेतृत्व में दिया गया. इसमें शहर के विभिन्न व्यवसायी, युवा वर्ग, विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े लोग एवं सक्रिय समाजसेवी शामिल थे. जर्जर सड़क को लेकर वक्ताओं ने अपनी-अपनी बातों को रखा. वक्ताओं ने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की उदासीन रवैया की वजह से आज सड़क की यह दुर्दशा है. दुर्भाग्य की बात है कि शहर वासियों की लाइफलाइन सड़क के लिए सड़क पर उतर कर आंदोलन करना पड़ रहा है.
पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष जयंत सिंह ने कहा कि जर्जर सड़क की समस्या से राजमहलवासी लंबे समय से तरसते हैं. लगातार आंदोलन भी हो रहा है. जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक पदाधिकारी मांग और आंदोलन दोनों को नजरअंदाज कर रहे हैं. पूर्व वार्ड पार्षद मो मारूफ ने कहा कि सड़क के लिए सक्षम जनप्रतिनिधि उदासीनता दिखा रहे हैं. इस कारण पहल नहीं हो पा रही है. समाजसेवी पंकज घोष ने कहा कि क्षेत्रहित में जनप्रतिनिधियों ने अपनी भूमिका नहीं निभायी. इसका परिणाम है कि सड़क के लिए क्षेत्र की जनता त्रस्त है. कुछ लोग निजी स्वार्थ में जनप्रतिनिधियों को स्थानीय मुद्दा से भटकने का भी प्रयास करते हैं.
समाजसेवी नीरज घोष ने कहा कि राजमहल की जनता के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि चार वर्षों से जर्जर सड़क के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है. धरना स्थल के सामने से क्षेत्रीय सांसद का वाहन गुजरा लेकिन उन्होंने धरना स्थल पर राजमहलवासियों की समस्या से अवगत होना उचित नहीं समझे. नीरज आनंद ने कहा कि सड़क मरम्मत के प्रति क्षेत्र के जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं हैं. बड़ा जनआंदोलन करने की जरूरत है.
पूर्व वार्ड पार्षद रेखा देवी ने कहा कि मुद्दे को नगर पंचायत बोर्ड की बैठक में उठाया गया था. सीवरेज कार्य की एजेंसी को भी कहा गया था. पर कोई परिणाम नहीं निकला. मौके पर पूर्व नपं अध्यक्ष जयंत सिंह, मो मारुफ, पंकज घोष, रेखा देवी, अनुमंडल विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार साहा, सोनू घोष , फैजुल अंसारी, मिथुन राजवंशी, सिंटू मिश्रा, रमेश मलो, इंद्रदेव राय,संदीप बर्मन, नीरज आनंद, मंटू कर्मकार सहित दर्जनों लोग मौजूद थे.
आश्वासन के बावजूद नहीं हुआ काम : विधायक
विधायक अनंत कुमार ओझा ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि सरकार के माध्यम से बीते एक अगस्त को सदन में राजमहल एवं साहिबगंज के जर्जर सड़क के निर्माण को लेकर मांग की गयी थी. इस पर सरकार के मंत्री के माध्यम से 15 दिनों के अंदर कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया था. एक वर्ष बीत जाने के बाद भी कार्य नहीं हुआ है. संबंधित विभाग के सचिव को भी पत्राचार किया गया है.
राज्यपाल के नाम एसडीओ को सौंपा गया ज्ञापन
नगर विकास संघर्ष समिति के माध्यम से जर्जर सड़क के मरम्मत की मांग को लेकर आयोजित धरना प्रदर्शन के बाद शिष्टमंडल ने एसडीओ के माध्यम से राज्यपाल को मांग-पत्र सौंपते हुए सड़क मरम्मत कराने की मांग की है.
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