Jharkhand News : झारखंड के धनबाद में वर्चस्व की जंग में रणक्षेत्र बना रहा विश्वकर्मा प्रोजेक्ट, हिंसक झड़प में चली गोलियां, कई मजदूर घायल
Dhanbad News, Jharkhand News, बस्ताकोला : धनबाद में वर्चस्व की जंग में विश्वकर्मा प्रोजेक्ट गुरुवार को चार घंटे तक रणक्षेत्र बना रहा. मैनुअल ट्रक लोडिंग को लेकर गुरुवार को भाजपा व संयुक्त मोर्चा समर्थकों में हिंसक झड़प हो गयी. संयुक्त मोर्चा में झामुमो, मासस, जनता मजदूर संघ (कुंती गुट) के समर्थक शामिल थे. दोपहर 12.30 बजे जैसे ही लोडिंग के लिए परियोजना में दो वाहन पहुंचे, दोनों गुट भिड़ गये. दोनों ओर से जम कर लाठी- डंडे चलने लगे. पथराव होने लगा. इस दौरान दोनों गुटों की ओर से पुलिस की मौजूदगी में पांच राउंड गोलियां चलायी गयीं. भीड़ ने कोयला लोड करने आये हाइवा का शीशा भी तोड़ दिया गया. स्थिति बेकाबू होता देख सीआइएसएफ, धनसार व झरिया पुलिस ने लाठी चार्ज कर सभी को खदेड़ दिया. झड़प में एक दर्जन से अधिक मजदूर चोटिल हो गये. कई नेताओं की भी पुलिस ने पिटाई कर दी. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मारपीट व गोली चलाने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की. आक्रोशित असंगठित मजदूरों ने पुलिस व प्रबंधन पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए जम कर हंगामा किया. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने स्थिति को काबू किया. झरिया पुलिस ने उपद्रवियों को चिह्नित कर लिया है. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
Dhanbad News, Jharkhand News, बस्ताकोला : धनबाद में वर्चस्व की जंग में विश्वकर्मा प्रोजेक्ट गुरुवार को चार घंटे तक रणक्षेत्र बना रहा. मैनुअल ट्रक लोडिंग को लेकर गुरुवार को भाजपा व संयुक्त मोर्चा समर्थकों में हिंसक झड़प हो गयी. संयुक्त मोर्चा में झामुमो, मासस, जनता मजदूर संघ (कुंती गुट) के समर्थक शामिल थे. दोपहर 12.30 बजे जैसे ही लोडिंग के लिए परियोजना में दो वाहन पहुंचे, दोनों गुट भिड़ गये. दोनों ओर से जम कर लाठी- डंडे चलने लगे. पथराव होने लगा. इस दौरान दोनों गुटों की ओर से पुलिस की मौजूदगी में पांच राउंड गोलियां चलायी गयीं. भीड़ ने कोयला लोड करने आये हाइवा का शीशा भी तोड़ दिया गया. स्थिति बेकाबू होता देख सीआइएसएफ, धनसार व झरिया पुलिस ने लाठी चार्ज कर सभी को खदेड़ दिया. झड़प में एक दर्जन से अधिक मजदूर चोटिल हो गये. कई नेताओं की भी पुलिस ने पिटाई कर दी. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मारपीट व गोली चलाने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की. आक्रोशित असंगठित मजदूरों ने पुलिस व प्रबंधन पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए जम कर हंगामा किया. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने स्थिति को काबू किया. झरिया पुलिस ने उपद्रवियों को चिह्नित कर लिया है. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. धनबाद में विश्वकर्मा प्रोजेक्ट वर्चस्व की जंग से जुड़ी हर News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
विश्वकर्मा प्रोजेक्ट में 16 जनवरी, 2018 से मैनुअल ट्रक लोडिंग बंद है. इसे गुरुवार से चालू कराने का प्रयास प्रबंधन की ओर से किया जा रहा था. इसके लिए प्रबंधन ने 600 टन कोयले का एलॉटमेंट किया है. गुरुवार को प्रबंधन यहां लोडिंग के लिए ट्रक भेजने की तैयारी में था. इसकी सूचना मिलते ही एक गुट में शामिल मासस, जनता मजदूर संघ (कुंती गुट ) व झामुमो तथा दूसरे गुट के भाजपा समर्पित युवा बेरोजगार मंच के असंगठित मजदूर अपनी-अपनी पार्टी का झंडा लेकर ट्रक लोडिंग करने परियोजना स्थल पहुंच गये. दोनों गुट आमने-सामने हो गये. टकराव की स्थिति देख पुलिस व सीआइएसएफ जवान दोनों गुटों के बीच दीवार बन कर खड़े हो गये. इस दौरान दोनों ओर से नारे भी लगने लगे. तभी विश्वकर्मा डिस्पैच के पास एक ट्रक तथा एक हाइवा आकर खड़ा हो गया. इन दोनों वाहनों को लेकर जेएमएम व मासस समर्थक दूसरे मार्ग से लोडिंग प्वाइंट पहुंच गये. इससे मामला बिगड़ गया. युवा बेरोजगार मंच व अन्य गुट के मजदूर भी वाहन पर कोयला लोड करने के लिए पहुंच गये. दोनों गुट कोयला लोड करने लगे, जिससे विवाद बढ़ गया. इसके बाद मारपीट होने लगी. लाठी-डंडे चलने लगे. पुलिस स्थिति को संभालती, तब तक दोनों ओर से पथराव होने लगा. लोगों ने हवा में गोलियां भी चलायी. स्थिति बिगड़ती देख सीआइएसएफ, धनसार व झरिया पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इसके बाद पुलिस व सीआइएसएफ ने दोनों वाहनों को बिना लोड किये लौटा दिया. उसके बाद मामला शांत हुआ.
विश्वकर्मा प्रोजेक्ट में तीन साल से मैनुअल लोडिंग बंद है, जिससे यहां सैकड़ों मजदूर बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं. गुरुवार को असंगठित मजदूर ट्रक लोडिंग कर रोजगार की आस में प्रोजेक्ट पहुंचे थे. प्रोजेक्ट में में पूर्व से ट्रक लोडिंग कर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले करीब 650 असंगठित मजदूरों के रोजगार पर गुरुवार को दुबारा ग्रहण लग गया.
विश्वकर्मा परियोजना के विस्तारीकरण में मांझी बस्ती लाहबेड़ा के कई आदिवासियों की जमीन बीसीसीएल ने अधिग्रहित की थी. इसके बदले यहां के लोग 69 दंगल बना कर मैनुअल ट्रक लोडिंग करते थे. इनमें झामुमो, मासस व जेएमएस के समर्थक मजदूर शामिल हैं. वहीं, दूसरी ओर युवा बेरोजगार मंच, धनसार (भाजपा समर्थक) के असंगठित मजदूर धनसार कोलियरी के पास ट्रक लोडिंग करते थे, लेकिन विश्वकर्मा परियोजना के चलते यह कोलियरी बंद हो गयी. इसके कारण इन मजदूरों का ट्रक लोडिंग का कार्य छिन गया. पूर्व में प्रबंधन ने इन्हें ट्रक लोडिंग का कार्य देने की बात कही थी. ये मजदूर विश्वकर्मा प्रोजेक्ट में ट्रक लोडिंग के कार्य की मांग करने लगे. तब से यहां दोनों गुटों के बीच कई बार विवाद हो चुका है. कई बार गोली व बम भी चल चुके है. अंततः यहां 16 जनवरी, 2018 को ट्रक लोडिंग का कार्य बंद हो गया.
Posted By : Guru Swarup Mishra