सरायकेला में जंगली हाथियों के झुंड ने मचाया उत्पात, फसलों को रौंदा, अब ग्रामीण कर रहे हैं मुआवजे की मांग
सरायकेला जिले के बानो गांव में जंगली हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया और कई किसानों के फसलों को रौंद डाला. बाद में किसानों ने मशाल व पटाखा लेकर हाथियों को भगाया, अब वहां के ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन इसके लिए मुआवजा प्रदान करें.
Jharkhand News, Saraikela News (हिमांशु गोप) सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिला के नीमडीह थाना अंतर्गत बाना गांव में बीते रात को करीब 26 जंगली हाथियों का झुंड ने जमकर उत्पात मचाया. हाथियों के झुंड ने किसानों के खेत मे लगे कई एकड़ एकड़ धान को अपना निवाला बनाते हुए रौंद कर पूरी तरह तहस नहस कर दिया. इसके बाद देर रात किसान अपनी पके हुए धान के फसल को लेकर पटाखा, मशाल लेकर हाथियों का झुंड को भगाने निकल पड़े. ग्रामीण किसानों द्वारा पटाखे फोड़े जाने के बाद हाथियों का झुंड धान खेत से कुछ दूर भाग गया.
लेकिन कुछ देर बाद फिर से हाथियों ने धान के फसल को अपना निवाला बनाया. हाथियों के समूह में एक टस्कर हाथी समेत कई छोटे छोटे हाथियों का बच्चे भी शामिल हैं. हाथियों ने बाना गांव के जिन किसानों के फसल को रौंदा है उसमें जीतेन महतो, शिवू सोरेन महतो, सावित्री महतो, मेथीसेन महतो, भारती महतो का खेत शामिल है.
इसके साथ ही साथ हाथियों ने बाना गांव के ही हीरालाल महतो व करमु महतो के धान व बीरी दाल के फसल को भी पूरी तरह बर्बाद कर दिया है. इस संबंध में जानकारी देते हुए एक महिला किसान ने बताया कि दो साल लॉकडाउन के कारण रोजगार सही से हो नही पा रहा है. लेकिन इस साल धान की खेती अच्छी हुई, जिसे जंगली हाथियों ने बर्बाद कर दिया.
उन्होंने वन विभाग से अविलंब क्षतिग्रस्त फसल की मुआवजा देने की मांग रखी है. किसान मेथीसेन महतो ने कहा कि झुंड में करीब 26 जंगली हाथी हैं. ग्रामीणों की मांग है कि क्षतिग्रस्त फसल का जायजा लेकर जल्द से जल्द किसानों को मुआवजा दें.
Posted By : Sameer Oraon