साहिबगंज : सावन माह में इंद्रदेव पूरी तरह से जिले में मेहरबान रहा जिसके कारण जिले में 92 प्रतिशत धान की बुआई हो चुकी है. लॉक डाउन के कारण जिले सहित देश का पर्यावरण पूरी तरह से शुद्ध हुआ है. जिसका असर जिले में भी साफ साफ दिखा. रोहणी नक्षत्र से लेकर सावन में इंद्रदेव ने अपनी कृपा दृष्टि जिले में बनाकर रखी. जिससे किसानो को बिचड़ा गिराने से लेकर धान की रोपनी तक इंद्रदेव किसानो पर मेहरबान रहे. सावन में किसान युद्ध स्तर पर अपने खेतो में धान की रोपाई किये, वही भादो में भी इंद्रदेव जिले के किसानो में मेहरबान हो रहे है, जिससे जिले में अभी तक 92 प्रतिशत धान की बुआई हो गयी है.
जिले में 49 हजार हेक्टेयर भूमि में धान का बुआई करने का लक्ष्य है, जिसमे से 44980 हेक्टेयर में धान की बुआई हो गयी है. आठ हजार हेक्टेयर में हायब्रिट धान लगाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमे से 7690 हेक्टेयर में बुआई हो गयी है. राजमहल प्रखण्ड ने शत् प्रतिशत हाइब्रिड धान का आच्छादित कर लिया है. वही उपजशील धान जिले में 25 हजार हेक्टेयर में लगाने का लक्ष्य रखा गया है जिसमे से 23225 हेक्टेयर में धान की बुआई हो चुकी है. वही 16 हजार हेक्टेयर में उन्नत किस्म का धान लगाने का लक्ष्य रखा गया था,
जिसमे रविवार तक 14065 हेक्टेयर में धान का बुआई हो गयी है. कई जगहों में अभी भी धान की बुआई चल रही है, किसान जल्द से जल्द अपने खेतो में धान की बुआई समाप्त करने में लगे हुए है. वही अब किसान बेहतर पैदावार हो इसके लिए खेतो में नमी बनाए रखने के लिए खेतो की सिचाई कर रहे है, खेतो में समय समय पर खाद पानी देना और अनचाहे पौधों को हटाने का कार्य कर रहे है.
जिले में 57.9 मिलीमीटर हुई बारिश, बेहतर फसल के लिए रेगुलर बारिस होना जरूरी
जिले में एक अगस्त से 08 अगस्त तक 57.9 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड किया गया. जिले में अगस्त माह में सामान्य वर्षापात 225.40 मिलीमीटर पूर्वानुमान लगाया गया है. जिले में बेहतर धान की फसल के लिए अगस्त माह में रेगुलर बारिश होना आवश्यक है, जिससे खेतो में नमी बनी रहे. जिले में आठ अगस्त तक सबसे ज्यादा वर्षा बोरियो प्रखण्ड में 82.6 मीमी हुई है और सबसे कम मण्डरो प्रखण्ड में 28.8 मिमी बारिस रिकॉर्ड की गयी है.
हाइब्रिड धान का प्रखण्डवार आकड़ा
प्रखण्ड लक्ष्य आच्छादित
सदर 30 25
बोरियो 1240 1210
मण्डरो 1070 980
बरहेट 900 875
पतना 800 755
बरहरवा 1300 1280
राजमहल 900 900
उधवा 860 810
तालझारी 900 855
कुल8000 7690
उपजशील धान का लक्ष्य प्रखण्डवार
प्रखण्ड लक्ष्य आच्छादित
सदर 110 105
बोरियो 3120 2980
मण्डरो 3115 2835
बरहेट 3110 2835
पतना 2180 2090
बरहरवा 3950 3670
राजमहल 3100 2965
उधवा 3165 2840
तालझारी 3150 2905
कुल 25000 23225
उन्नत किस्म का धान लक्ष्य प्रखण्डवार
प्रखण्ड लक्ष्य आच्छादित
सदर 60 55
बोरियो 3110 2705
मण्डरो 2335 2080
बरहेट 1490 1280
पतना 1805 1515
बरहरवा 2710 2540
राजमहल 1495 1240
उधवा 1505 1370
तालझारी 1490 1280
कुल 16000 14065
प्रखण्डवार कुल लक्ष्य और आच्छादित
प्रखण्ड लक्ष्य आच्छादित प्रतिशत
सदर 200 185 93%
बोरियो 7470 6895 92%
मण्डरो 6520 5895 90%
बरहेट 5500 4990 91%
पतना 4785 4360 91%
बरहरवा 7960 7490 94%
राजमहल 5495 5105 93%
उधवा 5530 5020 91%
तालझारी 5540 5040 91%
कुल 49000 एकड़ 44980 एकड़ में लगा फसल 92%
क्या कहते है जिला कृषि पदाधिकारी उमेश तिर्की
जिले में 92 प्रतिशत धान की बुआई हो गयी है, लक्ष्य हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है. जिले में मानसून की बारिश बेहतर हुई है जिससे किसान खुश है और रोपनी का कार्य भी अब अंतिम चरण में है. इस वर्ष श्रीविधि से धान की खेती करने के लिए किसानो को प्रोत्साहित किया गया था. जिससे कम लागत में ज्यादा उत्पादन हो सके. जिले में अभी तक 57.9 मिमी बारिश हुई है. धान की बेहतर पैदावार के लिए इस माह बराबर बारिश होना आवश्यक है. जिससे खेतो में पर्याप्त नमी बनी रहे.
Posted By: Pawan Singh