झारखंड पंचायत चुनाव: गुमला के करमटोली से कांसीर तक 26 KM सड़क जर्जर, बना चुनावी मुद्दा
झारखंड में इन दिनों पंचायत चुनाव की खुमारी है. जहां प्रत्याशी वोट के लिए गांव-गांव वोटर्स के पास जा रहे हैं, वहीं वोटर्स भी मूलभूत सुविधाओं का हवाला देकर प्रत्याशियों से सवाल कर रहे हैं. गुमला के करमटोली मुहल्ला से कांसीर गांव तक 26 किमी जर्जर सड़क को लेकर ग्रामीण प्रत्याशियों से सवाल पूछ रहे हैं.
Jharkhand Panchayat Chunav 2022: गुमला शहर के करमटोली मुहल्ला से रायडीह प्रखंड के कांसीर गांव तक 26 किमी सड़क जर्जर है. कहा जाये, तो यह सड़क चलने लायक नहीं है. सड़क पर जगह-जगह नाला और पुलिया था, जो दो साल पहले बारिश में ध्वस्त हो गया. नाला और पुलिया के बगल में ग्रामीण लकड़ी का डायवर्सन बनाकर सफर कर रहे हैं. सरकार ने सड़क बनाने की स्वीकृति दी है, लेकिन गुमला में पथ निर्माण विभाग की लापरवाही के कारण अब तक सड़क का टेंडर नहीं निकाला गया है. जिससे इस सड़क के किनारे बसे पांच पंचायत के लोगों में आक्रोश है. अभी पंचायत चुनाव का मौसम है. ग्रामीण सवाल कर रहे हैं कि सड़क बनेगी या नहीं. यहां तक कि चुनाव में खड़े उम्मीदवारों को भी ग्रामीणों के सवालों का जवाब देने में पसीने छूट रहे हैं.
25 हजार आबादी है प्रभावित
करमटोली से लेकर कांसीर तक सड़क नहीं बनने से पांच पंचायत व शहरी क्षेत्र के कुछ हिस्सों के करीब 25 हजार आबादी प्रभावित है. यह सड़क बन जानने से गुमला शहर के करमटोली मुहल्ला, फुलवारटोली, गुमला प्रखंड के तेलगांव पंचायत के कुछ हिस्से, रायडीह प्रखंड के परसा, सिकोई, कांसीर, ऊपरखटंगा पंचायत को लाभ मिलेगा.
करीब 20 किमी की दूरी होगी कम
इसके अलावा रायडीह प्रखंड के इन चार पंचायतों परसा, सिकोई, कांसीर, ऊपरखटंगा की दूरी गुमला से कम हो जायेगी. 10 से 20 किमी की दूरी कम होगी. वहीं, चैनपुर व डुमरी प्रखंड की दूरी भी गुमला से कम हो जायेगी. सड़क की स्थित खराब है. सड़क पर गडढे हो गये हैं. बड़ी मुश्किल से लोग सफर करते हैं. अभी बरसात आने वाली है. लोगों को बरसात में सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ती है. ग्रामीण राजेंद्र कुजूर, गणेश सिंह, राजदेव सिंह, सुधू मुंडा ने प्रशासन से सड़क बनवाने की मांग किया है. जिससे लोगों को आवागमन में दिक्कत न हो.
रिपोर्ट : जगरनाथ/अंकित, गुमला.