झारखंड के लातेहार में टाना भगत पंचायत चुनाव के बहिष्कार पर अडिग, वोट नहीं देने का लिया निर्णय
लातेहार के टाना भगत पंचायत चुनाव के बहिष्कार के अपने निर्णय पर अडिग हैं. बैठक कर जिले के सभी टाना भगतों से वोट नहीं देने की बात करते हुए अपने अधिकारों के हनन की बात कही.
Jharkhand Panchayat Chunav: लातेहार जिले के बालूमाथ प्रखंड स्थित मासियातू गांव के ठाकुरबाड़ी में आदिवासी टाना भगतों की जुटान रविवार को हुई. इस बैठक में टाना भगतों ने पंचायत चुनाव के बहिष्कार करने की बात कही. इस कारण इस पंचायत चुनाव में वोट नहीं देने पर जोर दिया. साथ ही संविधान की 5वीं अनुसूची का हवाला देते हुए राज्य में कराए जा रहे पंचायत चुनाव को असंवैधानिक करार दिया.
पंचायत चुनाव से हमारे अधिकारों का हो रहा हनन
बैठक की अध्यक्षता करते हुए परमेश्वर टाना भगत ने कहा कि संविधान में पांचवीं अनुसूची क्षेत्रों में जनजातीय लोगों को अधिकार दिया गया है. लातेहार समेत कई जिला पांचवीं अनुसूची में आता है. इसलिए यहां पंचायत चुनाव कराया जाना हमारे अधिकारों का हनन है. कहा कि आदिवासी टाना भगत देश की आजादी में अपना सब कुछ लुटा दिये थे, लेकिन आज हमें ही दूसरों के शासन पर चलना पड़ रहा है. यही कारण अब जिले के किसी प्रखंड में कोई भी टाना भगत पंचायत चुनाव में वोट नहीं देंगे.
विकास की योजनाओं की बात करना सिर्फ दिखावा
वहीं, राजेश टाना भगत ने कहा कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एवं मुखिया बदलने से देश की व्यवस्था नहीं बदलेगी. तालाब, डोभा, शौचालय आदि बनाने से विकास नहीं होता है. ऐसी योजना अधिकारियों के लिए होती है. जिसमें उन्हे खुलकर कमीशन मिलता है. उन्होंने आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के करीबी के यहां बरामद रुपये की चर्चा करते हुए कहा कि घर पर इतना रुपये कहां से आये. सब रुपये हमारे गरीब आदिवासी भाइयों की है. बैठक का संचालन सुमेर टाना भगत ने किया. बैठक में बहादुर टाना भगत, जय मंगल टाना भगत, दिगंबर टाना भगत, नागेश्वर टाना भगत, आर्यन उरांव, इंद्रदेव टाना भगत समेत काफी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग उपस्थित थे.
रिपोर्ट : चंद्रप्रकाश सिंह, लातेहार.