रांची के बुढ़मू प्रखंड में जिला परिषद सदस्य के चुनाव ने पकड़ी रेस, हर प्रत्याशी खुद को बता रहे बेहतर
रांची के बुढ़मू प्रखंड क्षेत्र में जिला परिषद सदस्य के चुनाव में प्रत्याशियों की रेस तेज हो गयी है. हर प्रत्याशी खुद को दूसरे से बेहतर बताने में जुटे हैं. साथ ही विकास योजनाओं को लेकर अपनी प्राथमिकता भी गिना रहे हैं.
Jharkhand Panchayat Chunav: त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मी धीरे-धीरे बढ़ने लगी है. रांची जिला के बुढ़मू पश्चिमी में जिला परिषद सदस्य पद के लिए चार प्रत्याशी रामजीत गंझू, नंदलाल पाहन, राजेंद्र लोहरा और बंधन लोहरा चुनावी मैदान में हैं. वहीं, बुढ़मू पूर्वी से निवर्तमान जिला परिषद सदस्य सह प्रत्याशी पार्वती देवी भी चुनावी ताल ठोंक रही है. बुढ़मू पश्चिमी की निवर्तमान जिप सदस्य सुमन मुंडरी इस बार चुनावी मैदान से दूर है. बता दें कि चौथे चरण में बुढ़मू प्रखंड में चुनाव है.
जानें प्रत्याशियों की राय
बुढ़मू पश्चिमी में जिला परिषद सदस्य पद के लिए चुनावी मैदान में खड़े रामजीत गंझू ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए जिले में कई योजनाएं हैं, लेकिन जुझारूपन की कमी के कारण ये योजनाएं हमारे क्षेत्र की जनता तक नहीं पहुंच पाती है. चुनाव में विजय होने के बाद जिले से ये योजनाएं अपने क्षेत्र में लाकर क्षेत्र का चहुंमुखी विकास करेंगे. साथ ही किसानों को सब्सिडी के तहत निर्बाध विद्युत आपूर्ति हो, इसको लेकर प्रयास किया जाएगा.
मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराना बना पहला मुद्दा
वहीं, प्रत्याशी राजेंद्र लोहरा ने कहा कि बारूबेड़ा में बिजली, सड़क और पेयजल जैसी मूलभूत व्यवस्था का आज भी अभाव है. कई सुदूरवर्ती गांवों में मूलभूत सुविधा का अभाव आज भी है. सुदूरवर्ती क्षेत्र का चहुंमुखी विकास पहली प्राथमिकता है. प्रत्याशी नंदलाल पाहन ने बताया कि प्रखंड में व्याप्त भ्रष्टाचार को दूर करना और क्षेत्र में जनता तक मूलभूत सुविधा पहुंचाना पहली प्राथमिकता होगी. प्रत्याशी बंधन लोहरा ने कहा क्षेत्र का चहुंमुखी विकास करना ही मेरी पहली प्राथमिकता है.
निवर्तमान जिप सदस्य ने गिनाए कार्य
इसके अलावा निवर्तमान जिप सदस्य सुमन मुंडरी इस बार चुनाव मैदान में नहीं है. पूछने पर बताया कि पारिवारिक व्यस्तता के कारण इस बार चुनाव से दूर हैं. वर्ष 2009 से 2022 तक मुखिया और जिप सदस्य के पद पर रहते हुए जनता की आंकाक्षा पर खरा उतरने का प्रयास किया. मेरे कार्यकाल में सड़क, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं में व्यापक सुधार हुआ.
सड़क, बिजली और पानी उपलब्ध कराने पर जोर
दूसरी ओर, बुढ़मू पूर्वी से निवर्तमान जिप सदस्य सह प्रत्याशी पार्वती देवी ने कहा कि 10 साल पहले बुढ़मू से रांची, मांडर, खलारी, पतरातु, रामगढ़ जाने के लिए सड़क का अभाव था. मेरे कार्यकाल में इन जगहों में जाने के लिए अच्छी सड़कों का निर्माण हुआ. साथ ही ठाकुरगांव, गुरूगांई और बाड़े पंचायत में घर- घर पानी पहुंचाए गये. करोड़ों रुपये की लागत से क्षेत्र में पावर सब स्टेशन और पावर ग्रिड का निर्माण हुआ, जिससे ग्रामीणों को बिजली की समस्या से मुक्ति मिले.
SHG से जुड़कर 5000 महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार
पार्वती देवी ने कहा कि 12 हजार महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़कर 5000 महिलाओं की आर्थिक स्थिति का मजबूत करने का कार्य किये. इस बार चुनाव जितने पर अपने क्षेत्र में पूर्ण शराबबंदी कराना, महिलाओं पर प्रशिक्षण दिलाकर स्वरोजगार उपलब्ध कराना, खखरा, हेसलपीरी, चकमे और चैनगड़ा पंचायत में 400 से अधिक बोरिंग के माध्यम से हर घर में पानी पहुंचाना और पंचायत को पूर्ण पंचायती अधिकार दिलाना मेरी प्राथमिकता होगी.
प्रतिभाओं को निखारने का होगा प्रयास
प्रत्याशी शमीम बड़ेहार ने बताया कि क्षेत्र में बने दर्जनों चेकडैम को स्वीकृति दिलाने में काफी मेहनत किया गया. पिछले कई वर्षों से खेल में सुधार को लेकर प्रयासरत हैं. चुनाव जीतने के बाद इस क्षेत्र की जनता के लिए नवा बिहान होगा और अपने कार्यकाल के पांच वर्षों में भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था का निर्माण होगा जिससे योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ लाभुकों को मिल सके. खेल एवं शिक्षा में व्यापक सुधार के लिए सभी पंचायतों में अकादमी खोल कर प्रतिभाओं को निखारने का प्रयास होगा.
प्राथमिकता गिनाते प्रत्याशी
वहीं, प्रत्याशी मनोज महतो (वाजपेयी) ने कहा कि चुनाव में विजय होने के बाद चकमे में नर्सिंग काॅलेज की स्थापना, चकमे में बंद पड़े लगुना के अधूरे कार्य को फिर से शुरू कराना, ठाकुरगांव बैंक मोड़ से पतरातु तालाटांड़ तक टू लेन सड़क का निर्माण कराना, मिनी कोल्ड स्टोर की स्थापना, उपस्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की उपस्थिति, ठाकुरगांव में बालिकाओं के प्लस टू विद्यालय, स्वरोजगार से जोड़कर महिलाओं का सशक्तीकरण करना, समुचित बिजली व्यवस्था कराना और क्षेत्र का सर्वागिंण विकास करना पहली प्राथमिकता है.
रिपोर्ट : कालीचरण, बुढ़मू, रांची.