Jharkhand news: भाकपा मओवादी किशन दा एवं शिला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में माओवादियों द्वारा गत 20 नवंबर को बंदी के पूर्व रात्रि में रनिया थानांतर्गत विभिन्न जगहों पर पोस्टर चिपकाने के आरोप में तीन युवकों को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार युवकों के पास से नक्सली पर्चा व दो मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है. पुलिस की पूछताछ में कई बातें भी बतायी गयी. सभी को बुधवार को जेल भेज दिया गया.
एसडीपीओ ओमप्रकाश तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि माओवादियों द्वारा पर्चा चिपकाने के सिलसिले में रनिया थाना में कांड संख्या 53/21 धारा 17 सीएलए एक्ट के अंतर्गत दर्ज किया गया था. इस घटना के बाद एसपी आशुतोष शेखर द्वारा एसडीपीओ ओमप्रकाश तिवारी तथा पुलिस इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. टीम को गहन तकनीकी अनुसंधान के क्रम में पता चला कि गुदड़ी थाना क्षेत्र के टेमना गांव के रितेश लुगुन अपने तीन सहयोगियों के साथ पोस्टर चिपकाया है.
एसडीपीओ ने बताया कि रीतेश विगत 10 वर्षों से माओवादी संगठन से जुड़ा है. टीम द्वारा सबसे पहले रनिया थाना के हथनदा निवासी नियरजन होरो को गिरफ्तार किया. इसके बाद इस घटना में शामिल तपकारा थाना क्षेत्र के गुतुहतु निवासी मुकेश गुड़िया वर्तमान में हथनदा निवासी तथा रनिया थाना के हालोम गांव के अजित तोपनो को गिरफ्तार किया. इन्होंने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है.
इन युवकों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी टीम में झारखंड पुलिस के खूंटी एसडीपीओ ओमप्रकाश तिवारी के अलावा पुलिस इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह के अलावा सहायक समादेष्टा (सीआरपीएफ 94 बटालियन) राजेंद्र भंडारी, रनिया थाना प्रभारी रोशन कुमार सिंह, सब इंस्पेक्टर संदीप कुमार, निशांत केरकेट्टा आदि शामिल थे.
रिपोर्ट: सतीश शर्मा, तोरपा, खूंटी.