झारखंड : गढ़वा के मरीज में मंकीपॉक्स की आशंका, सैंपल जांच के लिए भेजा जाएगा पुणे
गढ़वा सदर अस्पताल के आईसीयू में इलाजरत मंकीपॉक्स के आठ वर्षीय संदिग्ध बच्ची का आज सैंपल लिया गया. सैंपल को नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे में जांच के लिए भेजा जाना है. इसकी तैयारी में स्वास्थ्य विभाग जुटा हुआ है.
Garhwa: गढ़वा सदर अस्पताल के आईसीयू में इलाजरत मंकीपॉक्स के आठ वर्षीय संदिग्ध बच्ची का आज सैंपल लिया गया. सैंपल को नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे में जांच के लिए भेजा जाना है. इसकी तैयारी में स्वास्थ्य विभाग जुटा हुआ है. इस संबंध में जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि सदर अस्पताल में इलाजरत मरीज को लेकर राज्य इकाई द्वारा मिले गाइडलाइन के अनुसार सैंपल लिया गया है. इसके बाद उसे पुणे भेजने की तैयारी चल रही है.
मरीज के छह तरह के सैंपल लिए गए
डॉ संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि सैंपल को शीघ्र ही भेज दिया जाएगा. डॉ मिश्र की निगरानी में सदर अस्पताल के लैब टेक्नीशियन ने मरीज का सैंपल लिया है. इसके तहत मरीज के छह तरह के सैंपल लिए गए हैं. इनमें नाक, गला व शरीर पर बने चकते या घाव का स्वाब, ब्लड सीरम, ब्लड के नमूने तथा यूरीन का सैंपल लिया गया है. इन सभी को सुरक्षित तरीके से पुणे भेजा जाएगा. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि मरीज को क्या हुआ है.
मरीज की स्थिति स्थिर
उन्होंने बताया कि फिलवक्त मरीज की हालत स्थिर बनी हुई है. उसे बुखार नहीं है. लेकिन उसके शरीर पर बने चकते में दर्द है. जिला सर्विलांस टीम मरीज की हालत पर लगातार निगारानी रखे हुए है. सदर अस्पताल के चिकित्सक उसका इलाज कर रहे हैं. दवा के अलावा उसके शरीर पर बने घावों की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. विदित हो कि गढ़वा शहर के टंडवा में स्वास्थ्य विभाग की एक महिला की आठ बच्ची में फोड़ा निकलने के बाद यह मामला चर्चा में आ गया है. बच्ची को बरसाती फोड़ा है अथवा मंकीपॉक्स इसका जांच के बाद ही खुलासा हो सकता है.
जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है : सिविल सर्जन
गढ़वा सिविल सर्जन डॉ कमलेश कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जांच आने के बाद ही मंकीपॉक्स के विषय में कुछ कहा जा सकता है. उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया यह बरसाती फोड़ा जैसा दिखता है. मरीज को इंफेक्शन हो जाने के कारण वह फैल गया है. इसके कारण उसे दर्द और बुखार हुआ था. लेकिन देश में मंकीपॉक्स के खतरे और राज्य के स्वास्थ्य विभाग से मिले गाइड लाइन को देखते हुये उसका सैंपल लेकर पुणे भेजा जा रहा है. मरीज की स्थिति फिलहाल ठीक है. उसपर लगातार नजर रखी जा रही है.
रिपोर्ट- प्रभाष मिश्र