खेल संवाददाता, रांची, तीन महीने बाद 23 अक्टूबर से 37वां नेशनल गेम्स गोवा में आयोजित होने जा रहा है. इसकी तारीख जारी होने के बाद सभी राज्य के खेल संघ और खिलाड़ी इसकी तैयारी में जुट गये हैं, लेकिन इस मामले में झारखंड का खेल विभाग पीछे है, क्योंकि इसके आयोजन में मात्र तीन महीने बचे हुए हैं और झारखंड में अभी तक एक भी कैंप शुरू नहीं किया गया है, जबकि नेशनल गेम्स के लिए कम से कम तीन महीने का कैंप जरूरी होता है. गुजरात में हुए 36वें नेशनल गेम्स में झारखंड भी बगैर तैयारी के खेलने के कारण झारखंड का प्रदर्शन खराब रहा था. तब झारखंड से 16 खेलों के खिलाड़ियों ने मात्र 13 पदक जीते थे.
तीन महीने के कैंप से मिलता है बेहतर रिजल्ट
नेशनल गेम्स की तारीख की घोषणा होने के बाद खेल विभाग के पास चार से पांच महीने का समय था. वहीं कैंप के लिए झारखंड ओलिंपिक संघ की ओर से कैंप लगाने के लिए आवेदन भी दिया गया था, लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. विभाग की ओर से यही कहा गया कि हम तैयारी कर रहे हैं. खेल निदेशक सरोजनी लकड़ा का कहना है कि कैंप से संबंधित फाइल मिली है, इसे बढ़ा दिया गया है. जल्द ही कैंप लगाया जायेगा. 36वें नेशनल गेम्स के लिए भी खेल निदेशालय ने केवल एक महीने का कैंप लगाया था.
आपको बता दें कि गोवा को 2008 में राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने का अधिकार मिला था, लेकिन विभिन्न कारणों से राज्य उनकी मेजबानी करने में विफल रहा, जिससे आईओए को 36वें संस्करण को गुजरात में स्थानांतरित करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जो कम समय में इस आयोजन को आयोजित करने के लिए सहमत हो गया.
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