झारखंड के विभिन्न जिलों में रेल चक्का जाम, पारसनाथ पर्वत को तीर्थस्थल घोषित करने की मांग, देखें तस्वीरें
पारसनाथ पर्वत को जैनियों के साथ-साथ आदिवासियों का भी तीर्थस्थल घोषित करने की मांग को लेकर झारखंड के अलग-अलग जिलों में रेल चक्का जाम किया गया. सड़क जाम कर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर नारेबाजी की.
सरायकेला-खरसावां जिला के चांडिल रेलवे स्टेशन के समीप शनिवार की सुबह करीब 7 बजे चांडिल रेलवे स्टेशन के समीप लेंगडीह-सिकली के बीच आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ताओं ने आदिवासी धर्म कोड सरना को लागू करने को लेकर रेल चक्का जाम कर दिया. सुबह करीब 7 बजे दर्जनों की संख्या में आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ता अपने हाथों में तख्तियां, झंडा व बैनर लेकर को जाम किया. जिससे नीलांचल एक्सप्रेस और पुरुषोत्तम एक्सप्रेस घंटो तक रुकी रही.
कार्यकर्ताओं ने रेल चक्का जाम कर रेलवे ट्रैक पर विभिन्न मांगो को लेकर नारेबाजी की. इसके बाद आरपीएफ, जीआरसीएस व स्थानीय चांडिल पुलिस के समझाने के बाद आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ताओं ने जाम को हटाया.
गिरिडीह में भी विभिन्न मांगों को लेकर आदिवासी सेंगल अभियान के बैनर तले स्थानीय आदिवासी समाज के लोगों ने पारसनाथ रेलवे स्टेशन पहुंचकर रेल यातायात को बाधित करने के उद्देश्य से रेलवे ट्रैक में बैठ गए. हालांकि रेलवे प्रशासन गिरिडीह जिला पुलिस बल एवं अनुमंडल प्रशासन की तत्परता से रेलवे यातायात बाधित करने आए आदिवासी सेंगल अभियान के बैनर तले आये आदिवासी समाज के लोगों को समझाते बुझाते किसी तरह रेलवे ट्रैक से बाहर किया तथा आश्वासन दिया कि आपकी आवाज को राज्य एवं केंद्र सरकार तक हम लोगों द्वारा पहुंचा दिया जाएगा.
इस आश्वासन के बाद आदिवासी समाज के लोग रेलवे ट्रेक से बाहर हुए. इस संबंध में यातायात आदिवासी नेता आनंद टुडू ने बताया कि आज पूरे भारत के 5 प्रदेशों में आदिवासी अपने विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन रोड जाम एवं रेल यातायात बाधित कर अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रख रही है. उसी के तहत आज पारसनाथ रेलवे स्टेशन में भी रेल रोको अभियान चलाया गया है. उन्होंने बताया कि आदिवासी सिंगल अभियान झारखंड बिहार बंगाल उड़ीसा आसाम के अलावे नेपाल भूटान बांग्लादेश में भी आदिवासी सशक्तिकरण के लिए कार्यरत है.
रेल चक्का जाम कर लोगों ने सरकार से मांग कि की पारसनाथ पर्वत को जैनियों के साथ-साथ आदिवासियों का भी तीर्थस्थल घोषित करें सरकार. फिलहाल आदिवासी समाज के लोग पारसनाथ रेलवे स्टेशन के आउटर ट्रैक के पास धरना में बैठे रहे और स्टेशन परिसर के चारों तरफ स्थानीय पुलिस बल एवं रेलवे सुरक्षा बल की तैनाती देखी जा रही है.
सरायकेला खरसावां जिला के चांडिल थाना अंतर्गत टाटा- पुरुलिया-धनबाद मार्ग के पास शनिवार की सुबह करीब 11 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर सड़क जाम कर दिया. इस दौरान आदिवासी सेंगेल अभियान के जिला संयोजक कालीपद टुडू ने कहा कि हमारी मुख्य मांगे हैं मरांग बुरु बचाव पारसनाथ पहाड़ को हमें वापस दिया जाए.
सड़क जाम होने से सड़क के दोनों और छोटी-बड़ी वाहनों की लंबी कतार लग गई. सड़क जाम की सूचना पर चांडिल थाना की पुलिस मौके पर पहुंची आंदोलनकारियों को समझा-बुझाकर सड़क जाम को हटवाया.