PHOTOS: गिरिडीह में बारिश से सड़कों का हाल-बेहाल, हर तरफ कीचड़ और जलजमाव
झारखंड में पिछले एक सप्ताह से जारी बारिश ने गिरिडीह के कई इलाकों के सड़कों की सूरत हालत बिगाड़ दी है. मरम्मत के अभाव में सड़कों में बने गड्ढे में जल जमाव से आवागमन में लोगों को परेशानी हो रही है. इसे देखते हुए सड़क में मरम्मत करवाने की मांग की जा रही है.
गिरिडीह के बेंगाबाद के उत्क्रमित उच्च विद्यालय चपुआडीह परिसर में बारिश के कारण पानी जमा हो गया है. विद्यालय परिसर में एक से डेढ़ फीट पानी जमा है. इससे आंगनबाड़ी व विद्यालय के छोटे बच्चे परेशान हैं. शिक्षकों व आंगनबाड़ी कर्मियों को बच्चों पर विशेष निगरानी रखनी पड़ रही है. पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण भवन पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है. मच्छरों का प्रकोप भी काफी बढ़ गया है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक जफरुल हक का कहना है कि पानी जमा होने से ज्यादा परेशानी आंगनबाड़ी केंद्र को हो रही है. पानी नर्सरी प्ले स्कूल के बरामदे में प्रवेश कर गया. हालांकि, गुरुवार को स्थानीय मजदूरों को लगाकर पानी निकासी की व्यवस्था की गयी है. पानी को निकालने के लिए कच्ची नाली बनायी जा रही है. बच्चों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
पिछले एक सप्ताह से जारी बारिश ने देवरी प्रखंड की सड़कों सूरत हालत बिगाड़ दी है. मरम्मत के अभाव में सड़कों में बने गड्ढे में जल जमाव से आवागमन में लोगों को परेशानी हो रही है. इसे देखते हुए सड़क में मरम्मत करवाने की मांग की जा रही है. कांग्रेस नेता रामनारायण दास, मनोज राय, माले नेता अजीत शर्मा सहित ग्रामीण लखन राय, संजीत तिवारी, शंकर राय आदि ने सड़कों में मरम्मत कराने की मांग की है.
डुमरी प्रखंड की कई ग्रामीण सड़कें जर्जर हो चुकी हैं. प्रखंड के धावाटांड़, बरियारपुर सड़क टूट कर पूरी तरह से जर्जर हो चुकी हैं. इन सड़कों पर चलना मुश्किल हो रहा है. ग्रामीणों को इस सड़क से चंद कदम की दूरी तय करने में पसीने छूट जाते हैं. ढाबा तार बरियारपुर सड़क का निर्माण करीब 12 वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कराया गया था. सही से रख-रखाव व समय पर मरम्मत नहीं होने से आज इस सड़क की हालत काफी खराब हो गयी है. उक्त सड़क तीन पंचायत को जोड़ती है. इस सड़क से हुंडरुटांड़, बंगाली टोला, डुमरडीहा, भेलवाडीह, तिलैया, बरमसिया, छत्रबोरा गांव के ग्रामीण आवागमन करते हैं. इस सड़क से होकर ही प्रत्येक दिन राहगीर प्रखंड मुख्यालय तक भी पहुंचते हैं. उक्त सड़क में चार किलोमीटर तक पूरी तरह से गिट्टी उखड़ गयी है. अब तो सड़क से बॉर्डर भी उखड़ने लगा है, जिससे सड़क गड्ढे में तब्दील हो गया है.
बारिश के कारण सरिया प्रखंड क्षेत्र की कई ग्रामीण सड़के व गलियां कीचड़मय हो गयी हैं. यह लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. सबसे खराब स्थिति बागोडीह पंचायत क्षेत्र के छतरबाद गांव की है. पंचायत मुख्यालय तथा सरिया-भरकट्टा-गिरिडीह मार्ग को जोड़ने वाली यह ग्रामीण सड़क कच्ची है. इससे प्रतिदिन ट्रकों का आनाजाना होता है. मालूम रहे कि छतरबाद गांव में एफसीआई का पीजी-वन गोदाम है. यहां हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन रैक प्वाइंट से प्रतिदिन ट्रकों से अनाज गोदाम आता है और फिर यहां प्रखंडों में भेजा जाता है. कच्ची सड़क पर दिन भर भारी मालवाहक वाहनों के आने-जाने से सड़क की हालत काफी खराब हो चुकी है. लगभग दो किमी लंबी इस सड़क पर छोटी-बड़ी गाड़ियों की आवाजाही तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है.
तिसरी प्रखंड में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बारिश के कारण प्रखंड के सिजुआ गांव तक जाने वाली पगडंडी भी जगह-जगह पर टूट गयी है. इसके कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वर्षों से सिजुआ गांव के लोगों की मांग की जा रही है, लेकिन गांव तक सड़क नहीं बनी है. आज तक किसी ने ग्रामीणों की मांग पर ध्यान नहीं दिया है. इसके कारण सिजुआ गांव के पगडंडी से ही आना-जाना करते हैं. सिजुआ गांव प्रखंड मुख्यालय से दो किमी व पीडब्ल्यूडी मुख्य सड़क से 500 मीटर की दूरी परस्थित है.
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