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शिक्षा पर 150 करोड़, स्वास्थ्य पर 50 करोड़ एवं आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए 53 करोड़ रुपये के बजट का प्रस्ताव
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13 राजस्व ग्राम को ऑल वेदर रोड से जोड़ने के लिए 25 करोड़ का प्रस्ताव
विशेष संवाददाता, धनबाद : जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) की राशि से धनबाद जिला के शिक्षा, स्वास्थ्य, आंगनबाड़ी केंद्रों की दशा बदली जायेगी. ग्राम विकास समेत अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन में भी इस फंड से राशि खर्च की जायेगी. इसके लिए 350 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी गयी. यह निर्णय उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी वरुण रंजन की अध्यक्षता में सोमवार को न्यू टाउन हॉल में आयोजित डीएमएफटी गवर्निंग काउंसिल की बैठक में लिया गया.
उपायुक्त ने बताया कि जनप्रतिनिधियों से कुल 578 योजनाओं की अनुशंसा प्राप्त हुई है. जिनका कार्यान्वयन राज्य स्तर की अन्य योजनाओं की तरह डीएमएफटी परिकल्पना के अनुरूप करना है. मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव द्वारा समीक्षा के क्रम में दिए सुझाव एवं स्वास्थ्य सचिव व भारत सरकार के निर्देश के आलोक में डीएमएफटी के तहत विभिन्न क्षेत्रों के लिए लक्ष्य तय किया गया है. इसमें लगभग 378 करोड रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव है. डीएमएफटी के तहत विभिन्न प्रखंडों में एक करोड़ से ऊपर की राशि की योजनाओं को स्वीकृति दी गयी है. इतनी राशि के तकनीकी प्राक्कलन की स्वीकृति चीफ इंजीनियर स्तर से की जाती है, जिसमें काफी विलंब होता है. वहीं योजनाओं में राज्य स्तर से तकनीकी स्वीकृति नहीं मिलने से उनका कार्यान्वयन नहीं हो पा रहा है.
सड़क निर्माण से लेकर आधारभूत संरचना पर खर्च होगी राशि
बैठक में उप विकास आयुक्त सह सचिव डीएमएफटी न्यास परिषद शशि प्रकाश सिंह ने बताया कि डीएमएफटी फंड से सड़क निर्माण, शिक्षा के क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं एवं आधारभूत संरचना में सुधार, महिला-बाल कल्याण विकास के कार्य, आंगनबाड़ी में आधारभूत संरचना, स्वास्थ्य संबंधित योजनाओं, खेलकूद से संबंधित कई योजनाएं, ट्रैफिक मैनेजमेंट आदि बिंदुओं पर काम चल रहा हैं. बैठक में शिक्षा के क्षेत्र में लगभग डेढ़ सौ करोड़ रुपए के बजट का प्रस्ताव रखा गया. इसमें 1727 स्कूलों में सर्वे कराकर मरम्मत, क्लासरूम की आवश्यकता, शौचालय, लैब, पानी, ग्राउंड, बाउंड्री वॉल आदि 11 विषयों की जानकारी ली गयी. इसके अनुसार ही काम कराया जायेगा.
कम्युनिटी व प्राइमरी हेल्थ सेंटर में बुनियादी सुविधाएं बढ़ेंगी
स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य के लिए डीएमएफटी न्यास परिषद के समक्ष लगभग 50 करोड़ 38 लाख रुपए का प्रस्ताव रखा गया. इनमें कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, प्राइमरी हेल्थ सेंटर, हेल्थ सब केंद्र आदि की मरम्मत, पानी-बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं तथा एसएनएमएमसीएच में बुनियादी संरचना और विभिन्न मेडिकल उपकरणों की कमी को दूर किया जायेगा. वहीं डीएमएफटी द्वारा पूर्व से पांच करोड़ रुपये डॉक्टर एवं स्टाफ के लिए स्वीकृत थे. विभिन्न जगहों पर डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ की आवश्यकता पूरी करने के लिए इस वर्ष भी अलग से और पांच करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा गया. जबकि आंगनबाड़ी की आधारभूत संरचना एवं मूलभूत सुविधाओं के लिए 53 करोड़ रुपए का प्रस्ताव रखा गया. वहीं 13 राजस्व ग्राम को ऑल वेदर रोड से जोड़ने के लिए 25 करोड़ का प्रस्ताव रखा गया. साथ ही लगभग 100 करोड़ की राशि जनप्रतिनिधियों से प्राप्त अनुशंसा के लिए रखी गई है.
कौन-कौन थे मौजूद
बैठक में गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, विधायक मथुरा प्रसाद महतो, राज सिन्हा, ढुलू महतो, अपर्णा सेनगुप्ता, पूर्णिमा नीरज सिंह, जिला परिषद की अध्यक्ष शारदा सिंह, के अलावा वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास पालीवाल, ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी, डीआरडीए के निदेशक डीआरडीए मुमताज अली अहमद आदि थे.
हर छह माह पर हो न्यास परिषद की बैठक : पूर्णिमा
झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा कि डीएमएफटी न्यास परिषद की बैठक हर छह माह पर होनी चाहिए ताकि विकास कार्यों के क्रियान्वयन में तेजी आ सके. उन्होंने झरिया के जर्जर सरकारी स्कूल भवनों के निर्माण तथा मूलभूत सुविधाओं के विकास की योजनाएं मंजूर करने, दिव्यांगों को डीएमएफटी फंड से कृत्रिम अंग उपलब्ध कराने की भी मांग की.
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