झारखंड स्कूल इनोवेशन चैलेंज-2023: बेस्ट 5 आइडिया में 4 जमशेदपुर के स्कूलों के, लोयोला स्कूल चैंपियन
प्रतियोगिता में देवघर जिला के मधुपुर के महेंद्र मुनि सरस्वती विद्या मंदिर की टीम द्वितीय और जमशेदपुर के हिल टॉप स्कूल की टीम तृतीय स्थान पर रही. इनके साथ ही क्रमश: चौथे और पांचवें स्थान पर रही डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल जमशेदपुर और एसडीएसएम स्कूल जमशेदपुर की टीम को सांत्वना पुरस्कार दिया गया.
पर्यावरणविदों के लिए कचरे में फेंका जाने वाला प्लास्टिक का बोतल हमेशा चिंता का विषय बना रहा है. वह हमेशा इसके उचित प्रबंधन के तरीके तलाशते रहते हैं. इसी दिशा में पूर्वी सिंहभूम की लोयोला स्कूल की टीम ने इस समस्या का रचनात्मक समाधान दिया है. इस स्कूल की टीम के दो सदस्यों सागर कुमार और संकल्प कुमार ने यह समाधान आइआइटी आइएसएम द्वारा आयोजित झारखंड स्कूल इनोवेशन चैलेंज 2023 के दौरान दिया है. लोयोला स्कूल की टीम इस प्रतियोगिता की विजेता भी रही है.
विजेता टीम को 50 हजार रुपये का नकद पुरस्कार
विजेता टीम को शनिवार को 50 हजार रुपये नकद पुरस्कार और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया. मुख्य अतिथि व झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो (डॉ) डीके सिंह ने टीम को पुरस्कृत किया. इसके साथ ही आइआइटी आइएसएम का नरेश वशिष्ट सेंटर फॉर इनोवेशन एंड टिंकरिंग (एनवीसीटीआइ) इस उत्पाद की मार्केटिंग में भी सहयोग करेगा. इस मौके पर आइआइटी आइएसएम के कार्यकारी निदेशक प्रो (डॉ) जेके पटनायक और उप निदेशक प्रो (डॉ) धीरज कुमार मौजूद थे.
देवघर के इस स्कूल को मिला दूसरा पुरस्कार
प्रतियोगिता में देवघर जिला के मधुपुर के महेंद्र मुनि सरस्वती विद्या मंदिर की टीम द्वितीय और जमशेदपुर के हिल टॉप स्कूल की टीम तृतीय स्थान पर रही. इनके साथ ही क्रमश: चौथे और पांचवें स्थान पर रही डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल जमशेदपुर और एसडीएसएम स्कूल जमशेदपुर की टीम को सांत्वना पुरस्कार दिया गया. ग्रैंड फिनाले में पूरे राज्य से 10 स्कूल की टीम पहुंची थी. पुरस्कृत पांच बेस्ट आइडिया में चार जमशेदपुर के स्कूलों की टीम हैं.
विकसित किया फायर फाइटर ड्रोन
महेंद्र मुनि सरस्वती विद्या मंदिर की टीम (अमन कुमार, अंशु कुमार व रोशन कुमार) ने मिलकर फायर फाइटर ड्रोन विकसित किया है. यह ड्रोन खुद से पास के जल स्रोत से पानी उठा कर आग पर इसका छिड़काव करने में समक्ष है. अमन ने बताया कि उन्हें इसे विकसित करने का विचार देवघर के एक स्कूल में चार-पांच महीने पहले लगी आग की वजह से आया. तीनों ने मिलकर करीब दो महीने पहले इस प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू किया था. इस ड्रोन को विकसित करने की पूरी लागत 14 हजार रुपये है. इसमें 2200 एमएएच बैटरी का उपयोग किया है. यह ड्रोन को बिजली आपूर्ति करता है.
किसानों की मदद करेगा खेत रक्षक ऐप
हिल टॉप पब्लिक स्कूल, जमशेदपुर की टीम (आरुष कुमार, दर्शिल त्रिपाठी और सिद्धार्थ सिंह) ने किसानों के लिए मददगार खेत रक्षक ऐप तैयार किया है. यह ऐप समय रहते बतायेगा की खेतों में लगी फसलों पर टिड्डों का कब हमला होने वाला है. इससे किसान समय रहते हुए खेतों में कीटनाशकों का इस्तेमाल कर टिड्डों का हमला रोक सकते हैं. साथ ही यह ऐप फसलों में होने वाली बीमारियों की पहचान में सक्षम है. इसके बाद किसान अपनी फसलों की सुरक्षा के उपाय सकते हैं. यह ऐप किसानों के व्हाट्सअप के साथ एसएमएस के जरिए हर पांच मिनट में खेतों की अद्यतन स्थिति की जानकारी देगा.
प्लास्टिक की बोतल से बनेगा उपयोगी सामान
लोयोला स्कूल, जमशेदपुर के छात्रों की टीम ने कचरा में फेंक दिये जाने वाले प्लास्टिक के बोतल से काम की चीजें तैयार करने वाला थ्री डी प्रिंटर तैयार किया है. यह थ्री डी प्रिंटर पहले मशीन की मदद से प्लास्टिक की बोतलों को काट कर महीन फाइबर में बदल देता है. फिर इस फाइबर को मोल्ड कर थ्री डी प्रिंटर से उपयोगी सामान बना देता है. यह प्रोजेक्ट कचरा प्रबंधन का रचनात्मक तरीका है.