खेल संवाददाता, रांची : झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (जेएससीए) की वार्षिक आमसभा (एजीएम) 26 अगस्त को गढ़वा में होगी. एजीएम को लेकर जेएससीए के सचिव देबाशीष चक्रवर्ती (पिंटू दा) ने गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी है. गढ़वा के होटल वीनस इंटरनेशनल में दोपहर 12 बजे से होनेवाली एजीएम में मुख्य रूप से सात एजेंडों पर चर्चा होगी. एजीएम में मई 2022 की एजीएम की मिनट्स को मंजूरी देने, 2022-23 की रिपोर्ट, 2022-23 की ऑडिटेड रिपोर्ट, 2023-24 के लिए ऑडिटर की नियुक्ति, 2023-24 के लिए एथिक्स ऑफिसर (नैतिक अधिकारी) व ऑम्बुड्जमैन (लोकपाल) की नियुक्ति, कमेटी ऑफ मैनेजमेंट के प्रस्तावों और जेएससीए के क्लॉज 20 के तहत किसी सदस्य द्वारा दिये गये किसी व्यवसाय के उचित नोटिस पर चर्चा के बाद उनकी मंजूरी पर विचार किया जायेगा.
JSCA स्टेडियम में अमिताभ चौधरी की प्रतिमा लगाने का परिजन ने किया विरोध
जेएससीए की वर्तमान कमेटी द्वारा स्टेडियम परिसर में अपने पूर्व अध्यक्ष दिवंगत अमिताभ चौधरी की प्रतिमा लगाने के फैसले का उनके (अमिताभ चौधरी) के परिवार वालों ने कड़ा विरोध जताया है. इस संबंध में दिवंगत अमिताभ चौधरी के पुत्र अभिषेक चौधरी ने जेएससीए को लीगल नोटिस भेजा है. जेएससीए के सचिव देबाशीष चक्रवर्ती (पिंटू दा) के नाम से भेजे गये लीगल नोटिस में उन्होंने प्रतिमा लगाये जाने पर कड़ी आपत्ति जतायी है और सात दिनों के अंदर इसका जवाब मांगा है.
नोटिस भेज जानकारी भी मांगी
अभिषेक चौधरी ने जेएससीए के सचिव को भेजे लीगल नोटिस में कुछ जानकारियां भी मांगी है, ताकि दिवंगत अमिताभ चौधरी की विरासत को अक्षुण्ण रखा जा सके. अभिषेक ने बताया कि अमिताभ चौधरी की प्रतिमा बनाने में करोड़ों रुपये खर्च होने का अनुमान है. ऐसे में करोड़ों रुपये खर्च कर उनकी प्रतिमा लगाना उनके आदर्शों के खिलाफ है. यदि ये पैसे राज्य के आदिवासी बच्चों को स्कॉलरशिप देने में उपयोग होता, तो यह अमिताभ चौधरी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होती. नोटिस में उन्होंने ‘डिविनिटी’ नामक कंपनी का भी जिक्र किया और उसे टेंडर दिए जाने की प्रक्रिया की जानकारी मांगी है.
अभिषेक ने बताया मूर्ति स्थापित किये जाने को लेकर जेएससीए ने उनसे या उनके परिवार वालों से कोई बातचीत नहीं की. परिजनों की जानकारी व अनुमति के बगैर प्रतिमा लगाना वैयक्तिक संपदा का हनन है.
कौन हैं अमिताभ चौधरी?
अमिताभ चौधरी को ‘मिस्टर झारखंड क्रिकेट’ के नाम से भी जाना जाता था. पूर्व आईपीएस चौधरी ने झारखंड के क्रिकेट को काफी ऊंचाई तक पहुंचाया. माना जाता है कि टीम इंडिया को सबसे सफल कप्तान के रूप में एमएस धोनी जैसा खिलाड़ी देने वाले चौधरी ही हैं. चौधरी वह व्यक्ति थे जिन्होंने झारखंड क्रिकेट का निर्माण किया और एक दशक से अधिक समय तक राज्य संघ के प्रमुख के रूप में इसकी अध्यक्षता की. उन्होंने झारखंड क्रिकेट का मुख्यालय जमशेदपुर से रांची स्थानांतरित किया. उन्होंने रांची को एक इंटरनेशनल स्टेडियम दिया, जहां कई अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले जा चुके हैं.
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