झारखंड में सरकारी प्रतियोगिता परीक्षा में छात्र नहीं होंगे शामिल, तो शिक्षकों को नहीं मिलेगा इंक्रीमेंट
Jharkhand News : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला बरेलिया और जिला शिक्षा अधीक्षक निशु कुमारी ने चाकुलिया के कई स्कूलों का दौरा कर शिक्षकों को सख्त निर्देश दिया है कि सरकारी प्रतियोगिता परीक्षाओं में भाग लेने के लिए छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करें.
Jharkhand News : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला बरेलिया और जिला शिक्षा अधीक्षक निशु कुमारी ने चाकुलिया के कई स्कूलों का दौरा कर शिक्षकों को सख्त निर्देश दिया है कि सरकारी प्रतियोगिता परीक्षाओं में भाग लेने के लिए छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करें. जिन स्कूलों के बच्चे सरकारी प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल नहीं होंगे, उन स्कूलों के शिक्षकों का वर्ष 2023 का इंक्रीमेंट नहीं मिलेगा. इतना ही नहीं, दो दिनों में जाति प्रमाण पत्र बनाने का कार्य पूरा नहीं किया जाता है, तो शिक्षकों के इंक्रीमेंट पर रोक लगेगी.
छात्राओं को बार-बार घर ले जाने का आग्रह न करें अभिभावक
पूर्वी सिंहभूम जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) निर्मला बरेलिया और जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) निशु कुमारी ने चाकुलिया के कई स्कूलों का दौरा किया. डीइओ ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में बच्चों से पढ़ाई व रहने की व्यवस्था की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने छात्राओं के भोजन को चखा. वार्डन व शिक्षिकाओं को आवश्यक निर्देश दिए. विद्यालय में अभिभावक-शिक्षक बैठक हुई. उन्होंने अभिभावकों से कहा कि छात्राओं को बार-बार घर ले जाने का आग्रह न करें. बच्चों को बेहतर शिक्षा दी जा रही है. 12वीं तक पढ़ाई के बाद बच्चियां आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर होंगी.
प्रतियोगिता परीक्षाओं में भाग लेने के लिए करें प्रोत्साहित
पूर्वी सिंहभूम जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) निर्मला बरेलिया और जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) निशु कुमारी ने केएनजे हाईस्कूल व मनोहर लाल प्लस टू हाईस्कूल का दौरा किया. शिक्षकों को सख्त निर्देश दिया गया कि सरकारी प्रतियोगिता परीक्षाओं में भाग लेने के लिए छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करें. जिन स्कूलों के बच्चे सरकारी प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल नहीं होंगे, उन स्कूलों के शिक्षकों का वर्ष 2023 का इन्क्रीमेंट नहीं मिलेगा.
जाति प्रमाण पत्र बनाने में लापरवाही न करें
दो दिनों में जाति प्रमाण पत्र बनाने का कार्य पूरा नहीं किया जाता है, तो शिक्षकों के इंक्रीमेंट पर रोक लगेगी. उन्होंने कहा कि किसी बच्चे का खतियान नहीं है, तो पांच खतियान धारी अभिभावकों को बुलाकर उनकी जाति को चिह्नित कराते हुए जाति प्रमाण पत्र बनवायें. क्षेत्र के कई हाईस्कूलों में सिर्फ नौवीं और 10वीं की पढ़ाई हो रही है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि वैसे स्कूलों में छठी से 10वीं कक्षा तक की पढ़ाई होगी. इसका आदेश निर्गत किया जा चुका है. डीइओ ने बच्चों को प्रत्येक शनिवार को स्कूल के पुस्तकालय में ले जाने को कहा. बच्चे पुस्तकालय में एक घंटा पढ़ाई करें, यह सुनिश्चित करें. उन्होंने शिक्षकों को स्कूल में ड्रेस कोड के साथ उपस्थित होने का निर्देश दिया.
Posted By : Guru Swarup Mishra