गोल टैलेंट सर्च एग्जाम (जीटीएसइ) के माध्यम से बड़े शहर के छात्र ही नहीं, छोटे गांव, कस्बों व शहरों के प्रतिभाशाली बच्चों को भी कंपीटीशन के लिए तैयार किया जाता है. यह बातें गोल इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह ने कही. उन्होंने कहा कि छठी से 12वीं तक पढ़ने वाले 40262 छात्रों ने 20 नवंबर तक इस परीक्षा के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरा था. 10 व 17 दिसंबर को ऑनलाइन परीक्षा में 40000 से अधिक छात्र शामिल हुए. इसमें 10430 छात्रों का चयन जीटीएसइ मेन परीक्षा के लिए हुआ. छह प्रदेशों के 26 शहरों में एक साथ 24 दिसंबर को दोपहर 12 से 02 बजे के बीच ऑफलाइन परीक्षा होगी. इसमें साइंस, मैथ्स व मेंटल एबीलीटी के 100 प्रश्न 400 अंक के सवाल पूछे जायेंगे. इसमें सही जवाब के लिए चार अंक दिये जायेंगे तथा गलत जवाब के लिए एक अंक कम कर दिये जायेंगे. गोल संस्थान के असिस्टेन्ट डायरेक्टर रंजय सिंह ने बताया कि गोल टैलेंट सर्च एग्जाम में बेहतर करने वाले स्टूडेंट्स आज अच्छे मुकाम पर है. गोल संस्थान के आरएंडडी हेड आनंद वत्स ने बताया कि जीटीएसइ मेन परीक्षा के उपरांत छात्रों को अपने कॅरियर चुनने में सहायक एक सेमिनार का आयोजन किया जायेगा. इसमें छात्रों को मेडल, सर्टिफिकेट व टाॅपर्स को लैपटॉप, टैब, आदि से पुरस्कार स्वरूप दिया जायेगा. कहीं भी पढ़े, लेकिन उन्हें स्कॉलरशिप दी जाती है. गोल की ओर से आयोजित सेमिनार में कॅरियर से संबंधित मार्गदर्शन दिया जाता है. इस टेस्ट में सफल होने वाले स्टूडेंट्स अगर इंजीनियरिंग या मेडिकल की तैयारी करने के लिए गोल में एडमिशन लेते हैं, तो उन्हें विशेष छूट दी जाती है.
Also Read: धनबाद : कोरोना के नये वेरिएंट की आशंका को ले अस्पतालों में मॉकड्रिल