20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Jharkhand Tourism: पर्यटकों को लुभा रही गिरिडीह के भंडेश्वर और बलियाकोला की वादियां, देखें तस्वीर

नये साल आने में कुछ ही समय बचा है. अभी से लोग पिकनिक स्पाॅट समेत अन्य पर्यटन स्थलों में आना-जाना शुरू कर दिये हैं. अगर आप भी घूमने का मन बनाएं हैं, तो गिरिडीह आइये. यहां की हसीन वादियां आपका मनमोह लेगी. ऐसा ही है भंडेश्वर और बलियाकोला की वादियां, जहां का मजा यहां आकर उठा सकते हैं.

Jharkhand Tourism: दिसंबर विशेषकर हिंदी के पूस महीने में पिकनिक स्थल पर्यटकों से गुलजार रहता है. गिरिडीह जिला अंतर्गत गावां प्रखंड मुख्यालय से लगभग सात किमी की दूरी पर भंडेश्वर पहाड़ के पास इन दिनों काफी लोग पिकनिक मनाने पहुंच रहे हैं. वहां दो और चार पहिया वाहन से पहुंचा जा सकता है. अमतरो गांव से तिलैया-बरमसिया पथ के रास्ते पहुंचा जा सकता है. प्रखंड कार्यालय के सामने से जानेवाले पथ से भी लोग वहां जाते हैं.

Undefined
Jharkhand tourism: पर्यटकों को लुभा रही गिरिडीह के भंडेश्वर और बलियाकोला की वादियां, देखें तस्वीर 3

बलियाकोला में लगती है लोगों की भीड़

पिहरा से लगभग डेढ़ किमी की दूरी पर जंगल से सटा बलियाकोला नाम का स्थान है जहां पूस के महीनी में लोग पिकनिक मनाने पहुंचते हैं. यह स्थान खास पिहरा में मुख्य मार्ग से लगभग डेढ़ किमी पर स्थित है. उक्त स्थल पर विशाल पर्वतों की शृंखला है. जिसकी हरी-भरी वादियों का लोग आनंद उठाने पहुंचते हैं. उक्त स्थल पर पूरे वर्ष शीतल जल प्रवाहित होता रहता है।जहां लोग परिजनों के साथ पहुंचकर भोजन आदि बनाते हैं. समतल मैदान भी लोगों को आकर्षित करता है.

Undefined
Jharkhand tourism: पर्यटकों को लुभा रही गिरिडीह के भंडेश्वर और बलियाकोला की वादियां, देखें तस्वीर 4

धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है भंडेश्वर

सैलानियों को रिझानेवाले भंडेश्वर का धार्मिक दृष्टि से भी महत्व है. इसीलिए सालों भर यहां पूजन आदि के लिए श्रद्धालु आते रहते हैं. पूस के महीने में उक्त स्थल पर अपेक्षाकृत अधिक लोग वहां जुटते हैं. मान्यता है कि उक्त पर्वत की चोटी पर प्राचीन समय में बाबा भंडेश्वर की साधनास्थली थी. वे देवी के अनन्य उपासक थे. टिकैतों के शासन काल में वर्ष में एक बार टिकैत परिवार भव्य पूजा-अर्चना करता था. मन्नत पूरी होने पर लोग वहां सपरिवार व इष्ट मित्रों के साथ पूजन को आते हैं. यहां बलि पूजा की परंपरा है. उक्त स्थल पर पर्वत के नीचे शीतल जल प्रवाहित होता रहता है, जो अत्यंत सुपाच्य है. यहां परतदार चट्टान व हरी-भरी वादियां पर्यटकों को अनायास अपनी ओर आकर्षित करती हैं.

Also Read: Jharkhand Tourism: गिरिडीह के जमुनिया नदी की खूबसूरती देखिए, एक छोर पर गर्म और दूसरे पर मिलता ठंडा पानी

नीमाडीह का वाटर फॉल

नीमाडीह पंचायत में चरकी गांव से दक्षिण एक वाटर फॉल है. यहां भी सालों भर शीतल जल प्रवाहित होता रहता है. यहां लोग गर्मी के मौसम में भी शीतल जल में स्नान करने हेतु पहुंचते हैं. दिसंबर महीने में पिकनिक मनाने वालों की भीड़ उमड़ती है. पहाड़ियों के मध्य स्थित होने के कारण यह स्थल अत्यंत रमणीय है. यह स्थान माल्डा से लगभग 11 किमी की दूरी पर स्थित है.  मार्गा नीम चौक से बिष्णीटीकर जानेवाले पथ से यहां पहुंचा जा सकता है.

कुंडा झरना, माल्डा की पहाड़ी और खरसान का सोता है खास

गावां प्रखंड स्थित सिरी गांव के पास एक जलस्रोत है, जहां सालों भर जल प्रवाहित होता रहता है. यहां भी लोग पिकनिक मनाने पहुंचते हैं. इसके अलावा पिहरा के पास कुंडा झरना, माल्डा के पास की पहाड़ी व खरसान के पास स्थित जलस्रोत के पास भी पिकनिक मनाने सैलानी आते हैं. दिसंबर आते ही पिकनिक स्थलों में लोगों की भीड़ उमड़ने लगती है.

रिपोर्ट : विनोद पांडेय, गावां, गिरिडीह.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें