Jharkhand Tourism: कोडरमा का चेचरो पार्क बदहाल, कैसे घूमे यहां, स्वास्थ्य मंत्री ने लिया संज्ञान
नये साल में लोग घूमने-फिरने का मन बना रहे हैं. कोई पिकनिक स्पॉट, तो कोई पर्यटन स्थल और पार्क जाना पसंद करते हैं. वहीं, कोडरमा का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल तिलैया डैम के समीप चेचरो पार्क बदहाल है. शरारती तत्वों ने यहां लगे नेहरू की प्रतिमा तक को क्षतिग्रस्त कर दिया है.
Jharkhand Tourism: कोडरमा का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल तिलैया डैम के सौंदर्यीकरण को लेकर हाल के महीनों में कुछ काम जरूर हुए हैं, पर डैम के दूसरे छोर पर स्थित कभी आकर्षण का केंद्र रहने वाला चेचरो पार्क आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. चेचरो पार्क में एक समय में पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा लगाई गई थी, लेकिन आज ये प्रतिमा कई जगहों से क्षतिग्रस्त हो गई है. शरारती तत्वों ने प्रतिमा की नाक तोड़ दी है. यही नहीं अन्य हिस्से में भी प्रतिमा का हाल बुरा है. बुधवार को यह मामला सोशल मीडिया पर सार्वजनिक होने के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने संज्ञान लिया.
मंत्री ने डीसी को दिया निर्देश
मंत्री श्री गुप्ता ने कोडरमा डीसी आदित्य रंजन को फोन कर प्रतिमा को ठीक कर सम्मान पूर्वक स्थापित करने का आदेश दिया है. मंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि पंडित नेहरू की प्रतिमा का यह हाल होना गंभीर मामला है. डीसी कोडरमा मामले का संज्ञान लेते हुए पंडित नेहरू की प्रतिमा को सम्मानपूर्वक ठीक करते हुए स्थापित करें. उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
तिलैया डैम पंडित नेहरू का था ड्रीम प्रोजेक्ट
मालूम हो कि तिलैया डैम का निर्माण 21 फरवरी, 1953 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के समय में हुआ था. डैम उनका ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल था और उन्होंने ही इसका उद्घाटन किया था. निर्माण के लंबे समय बाद तक तिलैया डैम और इसके पास स्थित चेचरो पार्क लोगों के आकर्षण का केंद्र था.
शरारती तत्वों ने किया चेचरो पार्क की दुर्दशा
चेचरो पार्क आईलैंड की तरह दिखने की वजह से बड़ी संख्या में पर्यटक बोट के जरिए या फिर बरही के करियातपुर गांव की तरफ से पहुंचत थे. हाल के वर्षों में इस पार्क की दुर्दशा हो गई है. शरारती तत्वों ने यहां बने छोटे भवन को भी बेरंग कर दिया है. एक तरह से यह भवन खंडहर के रूप में तब्दील हो गया है. डैम के ऊपरी क्षेत्र और इसके आसपास की देखरेख का जिम्मा देखने वाली दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के पास इस स्थिति को लेकर अलग तर्क है.
क्षतिग्रस्त नेहरू की प्रतिमा जल्द हो जाएगी ठीक
डीवीसी के एक अधिकारी ने बताया कि चूंकि यह इलाका डूब क्षेत्र में आता है. ऐसे में यहां कोई नया काम नहीं किया जा सकता. कहा जहां तक बात नेहरू की प्रतिमा के क्षतिग्रस्त होने की है तो इसकी जानकारी हमें नहीं है. आज जानकारी मिली है इसे तत्काल ठीक कर लिया जाएगा.