Jharkhand News: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार को परिवार संग खूंटी जिला अंतर्गत तोरपा प्रखंड के पेरवाघाघ जलप्रपात (Perwaghagh Falls) पहुंचे. यहां उन्होंने प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया. इस दौरान उन्होंने यहां उपलब्ध सुविधा को देखकर अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच कुछ समय निकालकर पेरवाघाघ पहुंचे सीएम ने यहां के अद्भुत नजारे को देखा.
![Jharkhand Tourism: परिवार संग खूंटी के पेरवाघाघ जलप्रपात पहुंचे Cm हेमंत सोरेन, आप भी उठा सकते हैं लुत्फ 1 Undefined](https://pkwp1.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2022-10/7cfee5f5-f104-4263-9bd5-4fb709f61ad1/Perwaghagh_fall_khunti.jpg)
पेरवाघाघ जलप्रपात की खासियत
इस जलप्रपात सालोभर पानी से लबालब रहता है. फटका पंचायत में छाता नदी पर स्पष्ट जलप्रवाह के साथ एक सुंदर झरना गिरती है. यह नदी खूंटी जिले में बहने वाली प्रमुख नदियों में से एक है. इस जलप्रपात की गहराई काफी है. इसे सुग्गाकटा जलप्रपात भी कहते हैं. ग्रामीणों के मुताबिक जिस पत्थर से पानी गिरता है वो तोते के आकार का का दिखता है. इस कारण इसे सुग्गाकटा जलप्रपात भी कहते हैं.
![Jharkhand Tourism: परिवार संग खूंटी के पेरवाघाघ जलप्रपात पहुंचे Cm हेमंत सोरेन, आप भी उठा सकते हैं लुत्फ 2 Undefined](https://pkwp1.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2022-10/ef7569a8-d27a-4c6b-a7f2-d46a34bce663/prewaghagh_fall.jpg)
एक पक्षी के नाम से जलप्रपात
इसे कबूतरों का घर भी कहते हैं. पेरवा शब्द कबूतर को दर्शाता है और घाघ का मतलब घर है जो झरने के अंदर कबूतरों का घर को दर्शाता है. यह अभी भी माना जाता है कि ये कबूतर झरने के अंदर रहते हैं।
![Jharkhand Tourism: परिवार संग खूंटी के पेरवाघाघ जलप्रपात पहुंचे Cm हेमंत सोरेन, आप भी उठा सकते हैं लुत्फ 3 Undefined](https://pkwp1.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2022-10/d9b5f0c2-d0a9-4004-bb2c-6876f32763b9/tapkara_golikand.jpg)
शहीदों को दी गयी श्रद्धांजलि
पेरवाघाघ जाने के क्रम में मुख्यमंत्री तपकारा में रुके. यहां उन्होंने तपकारा गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इसके पूर्व तपकारा में झामुमो जिलाध्यक्ष जुबैर अहमद के नेतृत्व में झामुमो कार्यकर्ताओं ने सीएम का स्वागत किया. मौके पर केंद्रीय समिति सदस्य सुदीप गुड़िया, मगन मंजीत तिरु, आलोक डूंगड़ूँग, भोला नाथ लाल, नेली लुकस, कल्याण गुड़िया,रुबेन तोपनो, कुर्बान खान, सुहैल आदि उपस्थित थे.
कैसे पहुंचे
रांची से 75 किलोमीटर की दूरी पर खूंटी के तोरपा प्रखंड अंतर्गत पेरवाघाघ जलप्रपात है. यहां खूंटी से जंगल के रास्ते 16 किलोमीटर की दूरी सफर तय यहां पहुंचा जा सकता है. यहां आप अपने वाहन यानी बाइक, कार या बस के माध्यम से पहुंच सकते हैं.