Sahibganj News: हिमालय की पहाड़ियों में बसे डल झोल की तरह पर्यटक अब झारखंड राज्य के एकमात्र पक्षी अभ्यारण केंद्र सह उधवा झील में नौका विहार का आनंद ले सकेंगे. इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से उधवा झील के पानी में भी नाव की व्यवस्था की गयी है. झारखंड का एकमात्र पक्षी अभ्यारण केंद्र सह उधवा झील उथवा उधवा प्रखंड के पतौड़ा पंचायत में स्थित है. उधवा झील राजमहल की पहाड़ियों के बीच बसा हुआ है, अपने आप में एक अनोखा दृश्य पेश करता है. इस झील में ठंड के मोसम में सात समुंदर पार विदेशी व देसी पक्षी यहां जलक्रीड़ा करने के लिए पहुंचते है.
बड़ी संख्या में पर्यटक इस झील पर आकर मेहमान पक्षियों का आनंद लेते हैं. साहिबगंज वन प्रमंडल की ओर से इस झील पर जनप्रतिनिधियों के सहयोग से काफी विकास कार्य किया गया है. साथ ही पर्यटक के ठहरने के लिये तीन वन कुटीर भी बन रहे हैं. जिनमें से दो वन कुटीर का निर्माण शुरू हो गया है. वहीं, पर्यटकों को झील में आने वाली पक्षी एंव झील में पाये जाने वाले मछलियों से रूबरू करने के लिये एक भवन भी बनकर तैयार है. हालांकि उसमें कुछ विकास कार्य करना बाकी है. इन सभी के साथ-साथ वन विभाग पहाड़ियों में बसे कश्मीर के डल झील में पर्यटकों को लुभाने के लिये नौका विहार की तर्ज पर उधवा झील में भी पर्यटकों को नौका विहार का आनंद दिला सके. इसके लिये वन विभाग पूरी तरह से तैयार है. नाव को उधवा झील में लाने की प्रक्रिया में है. उम्मीद है कि आज शाम तक पहुंच जायेगी.
वन पदाधिकारी ने बताया कि पर्यटकों को उधवा झील में आकर्षित करने के लिए डल झील की तर्ज पर नौका विहार कराने की तैयारी पूरी हो चुकी है. पर्यटक अब डल झील की तरह ही उधवा झील में ठंड के मौसम में पक्षियों के साथ-साथ झील का दीदार कर सकेंगे. नाव बनकर तैयार हो चुका है. झील में भेजने की तैयारी है. आज या कल नाव उधवा झील में पर्यटकों के लिये तैयार रहेगा.