Jharkhand: चांडिल डैम के विस्थापितों पर पलटा ट्रैक्टर, दर्जनों हुए घायल, जानें कैसे घटी घटना

चांडिल डैम रोड स्थित सुवर्णरेखा परियोजना के अंचल एवं प्रमंडल कार्यालय के समक्ष 116 गांव के विस्थापित आमरण अनशन पर बैठे हैं. आज इन अनशनकारियों पर ट्रैक्टर पलट गया. इससे दर्जनों आंदोलनकारी घायल हो गए. स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें चांडिल अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया.

By Rahul Kumar | September 28, 2022 8:22 PM

Saraikela-Kharsawan: चांडिल डैम रोड स्थित सुवर्णरेखा परियोजना के अंचल एवं प्रमंडल कार्यालय के समक्ष 116 गांव के विस्थापित आमरण अनशन पर बैठे हैं. इन अनशनकारियों के पंडाल गिट्टी लदा ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर घुस गया. जिससे ट्रैक्टर का ट्राला पलट गया. इस दुघर्टना की चपेट में आने से तकरीबन आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.

चांडिल अनुमंडलीय अस्पताल में हुआ इलाज

तत्काल सभी घायलों को चांडिल अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया. जहां से प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को जमशेदपुर रेफर कर दिया गया. घटना के बाद आजसू नेता हरेलाल महतो अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे व अपना निजी एम्बुलेंस व सांसद के एम्बुलेंस से गंभीर रूप से घायल लोगों को जमशेदपुर के टीएमएच व बाकी घायलों को एमजीएम अस्पताल भेजवाया.

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ऐसे घटी घटना

एनएच 33 मुखिया होटल की ओर से ट्रैक्टर गिट्टी, बालू, पाइप लेकर चांडिल की ओर आ रहा था. तभी अनियंत्रित होकर आमरण अनशन पर बैठे विस्थापितों के टेंट के पास अनियंत्रित होकर पलट गई. जिसमें टेंट के बाहर खड़े विस्थापित व लोग ट्रैक्टर के चपेट में आ गया. जिसमे निर्मल महतो, निरंजन महतो, राकेश महतो रिंकू महतो गंभीर रूप से घायल हो गया.

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आठ दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं विस्थापित

चांडिल डैम रोड स्थित सुवर्णरेखा परियोजना के अंचल एवं प्रमंडल कार्यालय के बाहर टेंट लगाकर 116 गांव विस्थापित अपने दो सूत्री मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. बिस्थापितो की मांग हैं कि 1990 पुनर्वास नीति के तहत हर विस्थापित परिवार को एक नोकरी व 25 डिसमिल जमीन दिया जाय. उसके बाद चांडिल डैम का जलस्तर 180 के ऊपर रखा जाय. जबतक विस्थापितों को उनका हक-अधिकार नही मिलता तबतक डैम का जलस्तर 177 से नीचे रखा जाए.

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