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अफ्रीकी देश माली में फंसे झारखंड के 6 मजदूरों की हुई वतन वापसी, सुनायी ये पीड़ा, छलका पलायन का दर्द

Jharkhand News: माली से सकुशल झारखंड लौटे मजदूर दिलीप महतो ने बताया कि 22 दिन बाद हम लोग लौट पाए हैं, लेकिन यह 22 दिन यातनाओं से भरा रहा. खाने-पीने से लेकर वेतन के लिए काफी जद्दोजहद करना पड़ा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2022 5:47 PM

Jharkhand News: अफ्रीकी देश माली में फंसे मजदूरों का एक जत्था शनिवार को विमान सेवा से तीन बजे रांची पहुंचा. 6 मजदूर सकुशल अपने वतन लौट आये हैं. मजदूरों के चेहरे पर वतन लौटने की खुशी साफ-साफ दिख रही थी. इनमें गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के तिरला के दिलीप महतो भी शामिल हैं. इन मजदूरों ने भारत सरकार और झारखंड सरकार के प्रति आभार जताया है. मजदूरों ने अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि ये दिन यातनाओं से भरे थे. आपको बता दें कि झारखंड से कुल 33 मजदूर माली गये थे.

यातनाओं भरे थे दिन

माली से सकुशल झारखंड लौटे मजदूर दिलीप महतो ने बताया कि 22 दिन बाद हम लोग लौट पाए हैं, लेकिन यह 22 दिन यातनाओं से भरा रहा. खाने-पीने से लेकर वेतन के लिए काफी जद्दोजहद करना पड़ा. जिस पर भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद वतन वापसी हो पाई है. धीरे-धीरे बाकी मजदूर लौटेंगे. दूसरे जत्थे में शामिल मजदूर रविवार को वहां से चलेंगे. आपको बता दें कि बगोदर के पांच मजदूर समेत हजारीबाग, बोकारो व गिरिडीह जिले के विभिन्न प्रखंडों के 33 मजदूर अफ्रीकी देश माली में फंसे हुए हैं. इनमें 6 मजदूर लौट आये हैं.

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वतन वापसी की लगायी थी गुहार

एक साल पूर्व ट्रांसमिशन लाइन में काम करने के लिए स्थानीय ठेकेदार के माध्यम से झारखंड के मजदूर माली गये हुए थे, जहां काम के दौरान मजदूरों को आठ माह वेतन भुगतान के बाद शेष साढ़े तीन माह वेतन मिलना बंद हो गया था. मजदूरों के समक्ष कई तरह की परेशानियां भी सामने आने लगी थीं. खाने-पीने से लेकर यातना भी झेलना पड़ रहा था. इसे लेकर मजदूरों ने अपनी समस्याओं को सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर साझा करते हुए भारत सरकार और झारखंड सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई थी.

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पलायन का दर्द

भारत सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए विदेश मंत्रालय के द्वारा भारतीय दूतावास से संपर्क कराते हुए मजदूरों की समस्या को दूर करने की बात कंपनी से कही थी. कंपनी ने मजदूरों को खाने-पीने की समस्या को दूर करते हुए उनका बकाया वेतन भी भुगतान किया और कंपनी के माध्यम से ही वतन भेजे जाने का कार्य किया जा रहा है. लौटे मजदूरों ने बताया कि झारखंड में रोजगार का अभाव होने के कारण हम मजदूर मजबूर हैं और इसी समस्या को लेकर विदेशों में काम करना हमारी बेबसी और लाचारी है.

6 मजदूर लौटे झारखंड

झारखंड लौटे मजदूरों में हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ प्रखंड के उच्चाघाना के लालमणि महतो, इंद्रदेव ठाकुर, मडमो के रहनेवाले छेदीलाल महतो, बगोदर प्रखंड के तिरला के दिलीप महतो, डुमरी प्रखंड के कसमाकुरा के लोकनाथ महतो एवं कल्हाबार के संतोष महतो शामिल हैं. इधर, सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने बताया कि अभी 6 मजदूर लौट आये हैं.

रिपोर्ट: कुमार गौरव

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