पहले काम की तलाश में जाते थे झारखंड से बाहर, कोरोना काल में सूअर पालन कर ऐसे अच्छी आमदनी कर रहे युवा
Jharkhand News, सरायकेला न्यूज (प्रताप मिश्रा) : पहले रोजगार की तलाश में ग्रामीण क्षेत्र से युवा पलायन करते थे, परन्तु अब सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ ले कर खुद आत्मनिर्भर बन रहे हैं और सालाना अच्छी आमदनी कर रहे हैं. राज्य सरकार के झारखंड ट्राइबल डेवलपमेंट सोसायटी के सहयोग से सरायकेला प्रखंड के युवा सुकर पालन कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं.
Jharkhand News, सरायकेला न्यूज (प्रताप मिश्रा) : पहले रोजगार की तलाश में ग्रामीण क्षेत्र से युवा पलायन करते थे, परन्तु अब सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ ले कर खुद आत्मनिर्भर बन रहे हैं और सालाना अच्छी आमदनी कर रहे हैं. राज्य सरकार के झारखंड ट्राइबल डेवलपमेंट सोसायटी के सहयोग से सरायकेला प्रखंड के युवा सुकर पालन कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं.
सुकर पालन से युवा न सिर्फ अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहे हैं, बल्कि खुद आत्मनिर्भर भी बन रहे हैं. सुकर पालन कर बेरोजगार युवाओं को अब दूसरे शहर में पलायन करना नही पड़ रहा है. सुकर पालन करने वाले युवाओं ने बताया कि ग्रामीण युवाओं द्वारा पहले युवा सितारा क्लब का गठन किया गया. इसके बाद युवाओं ने देखा कि जेटीडीएस के द्वारा ग्राम सभा परियोजना क्रियान्वयन समिति के माध्यम से सूअर प्रजनन केन्द्र का निर्माण किया गया है.
क्लब के दशरथ हांसदा ने बताया कि सूअर पालन करने की इच्छा मन में हुई और जेटीडीएस के डीपीएम नीरज नयन व रवि दुबे की देखरेख में प्रशिक्षण ले कर सूअर पालन करना शुरू किया. क्लब का गठन 2015 में 13 सदस्यों ने मिल कर किया था. सूअर पालन में जहां घर की खेती बाड़ी के अलावा दूसरा कार्य भी होता है साथ ही साथ सूअर पालन भी कर रहे हैं. जेटीडीएस द्वारा आधुनिक तकनीक से सूअर पालन का प्रशिक्षण मिला. साथ ही इलाज व देखरेख की भी जानकारी मिली. किसान अब तक ढाई लाख का सूअर बेच चुके हैं जबकि अभी भी लाखों रुपये के सूअर हैं जिससे अच्छी आय होगी.
सितारा क्लब के अध्यक्ष दशरथ हांसदा ने बताया कि अब तक क्लब द्वारा ढाई लाख कमाई की जा चुकी है. इसमें कम समय में अधिक मुनाफा होता है. मार्केट में इसके मांस की काफी डिमांड है. वहीं इसके लिए बाजार खोजने की आवश्यकता नहीं है. क्लब के सचिव रूपाई टुडू, दुबराज सोरेन, सामु मुर्मू, वोद्रो मार्डी, दुबराज सोरेन, कुंदन टुडू, गणेश बेसरा, भाग्य मुर्मू, बसेन मुर्मू, चांदू टुडू, राकेश बेसरा, भागवत मार्डी, सलकु मुर्मू सहित अन्य शामिल हैं.
जेटीडीएस के डीपीएम नीरज नयन ने कहा कि किसानों को आत्मनिर्भर बनने के लिए जेटीडीएस द्वारा योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है. जुरगुड़िया गांव के युवा बेहतर कार्य कर रहे हैं.
Posted By : Guru Swarup Mishra