Jharkhand Updates : लद्दाख सीमा पर साहिबगंज के लाल कुंदन ओझा शहीद, चीनी सैनिकों के साथ बहादुरी से लिया लोहा, पढ़ें, झारखंड की टॉप 5 खबरें..

लद्दाख सीमा पर चीनी सैनिकों के साथ बहादुरी से लड़ते हुए साहिबगंज के लाल कुंदन कुमार ओझा शहीद हो गये. कुंदन साहिबगंज जिले के डिहारी गांव के रहनेवाले थे. तो वहीं, करोड़ों खर्च, नतीजा सिफर जी हां यहीं कुछ हाल है 135 करोड़ रुपये की लागत से बने होटवार के मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के मुख्य एथलेटिक्स स्टेडियम का, महज दो दिनों की बारिश में 135 करोड़ के स्टेडियम की फेंसिंग बह गयी. यह फेंसिंग मुख्य एथलेटिक्स ट्रैक के चारों ओर लगायी गयी थी, लेकिन ड्रेनेज सिस्टम के सही नहीं होने व उचित रखरखाव के अभाव में मिट्टी धंस गयी और फेंसिंग गिर गयी. इधर, राज्यसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगरमी तेज हो गई है़. जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो से समर्थन मांगने उनके आवास पर पहुंचे़ तो वहीं भाजपा विधायकों की होनेवाली बैठक एनडीए की बैठक में बदल गयी़. बात करें करोना की तो बोकारो में छह दिन में 540 सैंपल भेजे गये, लेकिन रिपोर्ट आयी मात्र 267 की. जी हां, जिला स्वास्थ्य विभाग को कोरोना जांच को लेकर स्वाब सैंपल लेने की रफ्तार ही धीमी करनी पड़ रही है. इसका कारण है कि बोकारो जिला के सैंपलों की रिपोर्ट आने में देरी. तो वहीं, संक्रमित बच्चे को रिम्स से ले परिजन भाग निकले बाद में इन्हें गोमो के हरिहरपुर थाना क्षेत्र की खरियो पंचायत के भेंडरीटोला से पकड़कर अस्पताल में भर्ती कराया गया. टॉप 5 झारकंड में आपका स्वागत है. आज इन्हीं खबरों पर करेंगे चर्चा....

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2020 5:29 AM

लद्दाख सीमा पर चीनी सैनिकों के साथ बहादुरी से लड़ते हुए साहिबगंज के लाल कुंदन कुमार ओझा (26) शहीद हो गये. कुंदन साहिबगंज जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत हाजीपुर पश्चिम पंचायत के डिहारी गांव के रहनेवाले थे. कुंदन के पिता रविशंकर ओझा किसान हैं. सीओ महेंद्र मांझी ने बताया कि दोपहर करीब तीन बजे शहीद कुंदन की मां भवानी देवी को उनकी बटालियन के पदाधिकारी ने फोन कर बेटे के शहीद होने की सूचना दी.

कुंदन के शहीद होने पर उनके पिता रविशंकर ओझा, माता भवानी देवी, पत्नी नेहा देवी, भाई मुकेश कुमार ओझा, कन्हैया कुमार ओझा सहित परिवारवालों का रो-रो कर बुरा हाल है. बता दें, 17 दिन पहले ही शहीद कुंदन की पत्नी ने पुत्री को जन्म दिया था. पुत्री के जन्म की सूचना मिलने पर कुंदन ने परिजनों से बात की थी. पत्नी से कहा था कि बेटी को देखने जल्द घर आऊंगा.

34वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए 135 करोड़ रुपये की लागत से बने होटवार के मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के मुख्य एथलेटिक्स स्टेडियम (बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम) की हालत दयनीय हो चुकी है. सोमवार को हुई बारिश के बाद अंतरराष्ट्रीय सुविधाओंवाले इस स्टेडियम के मुख्य मैदान की फेंसिंग गिर गयी. यह फेंसिंग मुख्य एथलेटिक्स ट्रैक के चारों ओर लगायी गयी थी, लेकिन ड्रेनेज सिस्टम के सही नहीं होने व उचित रखरखाव के अभाव में मिट्टी धंस गयी और फेंसिंग गिर गयी. इससे ट्रैक के आसपास की मिट्टी के कटने की आशंका बढ़ गयी है.

वर्ष 2015 में झारखंड राज्य स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएसपीएस) के निर्माण के बाद पूरे मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी सीसीएल की है. 2015 से अब तक मुख्य स्टेडियम के मेंटेनेंस के लिए सीसीएल ने नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (एनबीसीसी) के जरिये लगभग 11 करोड़ रुपये खर्च कर दिये हैं. इसके बावजूद स्टेडियम की हालत नहीं सुधरी है. मेंटेनेंस के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है. स्टेडियम के दरवाजे के शीशे भी टूट-फूट गये हैं. वर्षों से रंगरोगन के अभाव में दीवारें भी बेरंग हो चुकी हैं.

राज्यसभा चुनाव को लेकर राज्य में राजनीतिक सरगरमी तेज है़ बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार को आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो से समर्थन मांगने उनके आवास पर पहुंचे़ मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने झामुमो नेता और प्रत्याशी शिबू सोरेन के लिए आजसू से समर्थन मांगा़ सदन में आजसू के दो विधायक हैं. इधर राजनीतिक परिस्थिति बदली, तो बुधवार को भाजपा विधायकों की होनेवाली बैठक एनडीए की बैठक में बदल गयी़ बैठक में सुदेश महतो, चंद्रप्रकाश चौधरी और डॉ लंबोदर महतो को बुलाया गया है़

आजसू नेता से मिलने के बाद मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा है कि आजसू पार्टी आंदोलन की उपज है़ गुरुजी आंदोलनकारी रहे हैं और झारखंड के निर्माता है़ं चुनाव में वह प्रत्याशी के रूप में खड़े हैं. एक आंदोलनकारी की बात, बेहतर तरीके से आंदोलनकारी ही समझेंगे़ मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी राज्यसभा को लेकर राजनीतिक गतिविधि चल रही है़ हमने अपनी बात सुदेश महतो से कह दी है़ आजसू पार्टी झारखंड मुक्ति मोरचा से निकली एक इकाई है़ यह औपचारिक मुलाकात थी. इधर बुधवार को यूपीए घटक दलों की भी बैठक होगी़ इसमें राज्यसभा में दो सीटें निकालने को लेकर रणनीति बनायी जायेगी़

जिला स्वास्थ्य विभाग को कोरोना जांच को लेकर स्वाब सैंपल लेने की रफ्तार ही धीमी करनी पड़ रही है. इसका कारण है कि बोकारो जिला के सैंपलों की रिपोर्ट आने में देरी. 10 से 15 जून के बीच 540 स्वाब सैंपल लेकर जांच के लिए धनबाद पीएमसीएच भेजे गये. इसमें से मात्र 267 सैंपल की ही रिपोर्ट आयी है. मंगलवार तक कुल पेंडिंग केस की संख्या 871 हो गयी. इमरजेंसी सैंपलिंग की रिपोर्ट ही सैंपलिंग के दिन ही मिल पाती है. मालूम हो कि बोकारो जिला के स्वाब सैंपल जांच के लिए अभी धनबाद पीएमसीएच ही भेजे जाते हैं. पहले रांची और जमशेदपुर भेजे जाते थे. सदर अस्पताल में टूनेट मशीन लगाने का भी फायदा विभाग को अधिक नहीं मिल रहा है.

जांच रिपोर्ट मिलने में देरी हो रही है. अधिक संख्या में सैंपल इकट्ठा करने के बजाय स्वाब सैंपल लेने की रफ्तार बीच-बीच में कम करनी पड़ती है. रिपोर्ट आने की रफ्तार जब बढ़ती है तो स्वाब सैंपल लेने की रफ्तार बढ़ा दी जाती है.

डॉ एके पाठक, सिविल सर्जन, बोकारो

राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) के कोविड वार्ड में भर्ती डेढ़ साल के लड़के को लेकर उसके माता-पिता भाग निकले. घटना मंगलवार की सुबह की है. सूचना के बाद पुलिस एक्शन में आयी और गोमो के हरिहरपुर थाना क्षेत्र की खरियो पंचायत के भेंडरीटोला से तीनों को पकड़ कर अस्पताल लाया गया. बच्चे को कोविड-19 अस्पताल में रखा गया है. माता-पिता को अस्पताल में ही कोरेंटिन किया गया. 14 जून को बच्चे की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद रिम्स के कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था.

जानकारी के अनुसार कोरोना रिपोर्ट आने के पहले बच्चे को 12 जून को रिम्स के पीडियाट्रिक सर्जरी वार्ड में भर्ती किया गया था. बच्चे को पेशाब के रास्ते में संक्रमण है. इसी दौरान वार्ड में भर्ती किसी मरीज मौत हो गयी तो परिजन बच्चे को लेकर वहां से भाग निकले.

Posted by : Pritish Sahay

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