रामगढ़ : पेड़ों से लिपटी महिलाएं, ग्रामीणों ने कहा- ‘जान दे देंगे लेकिन जंगल नहीं कटने देंगे’
विश्व पर्यावरण दिवस के बीते अभी दो दिन भी नहीं हुए है, रामगढ़ के कुजू वन क्षेत्र से पेड़ कटाई का मामला सामने आ रहा है. बूढ़ाखाप स्थित गांव में वन विभाग और पुलिस के जवानों को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा क्योंकि ये लोग फैक्ट्री विस्तारीकरण के लिए पेड़ काउंटिंग करने पहुंचे थे.
रामगढ़ : कुजू- मांडू प्रखंड के कुजू वन क्षेत्र के बूढ़ाखाप स्थित गांव में वन विभाग और पुलिस के जवानों को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. बता दें कि ये लोग स्पंज आयरन फैक्ट्री के विस्तारीकरण के लिए 22.92 एकड़ फारेस्ट जमीन के अधिग्रहण करने के लिए पेड़ काउंटिंग करने पहुंचे थे. पेड़ काउंटिंग के लिए जैसे ही वन विभाग और पुलिस के जवान पहुंचे ग्रामीणों को इसकी सूचना मिल गयी.
‘जान दे देंगे लेकिन जंगल किसी कीमत पर नहीं कटने देंगे’
फिर क्या था, सभी ग्रामीण वहां एकत्र हो गए और उनका विरोध करना शुरू कर दिया. ग्रामीणों ने कहा कि हम जान दे देंगे लेकिन जंगल किसी कीमत पर नहीं कटने देंगे. ग्रामीणों का कहना है कि जंगल हमारे पर्यावरण के संतुलन के लिए जरूरी है. यह हमें शुद्ध हवा देती है. यह हमारे पुरखों की धरोहर है. ऐसे में हम इन लोगों को हमारे धरोहर और हमारे जान से खिलवाड़ नहीं करने दे सकते है. ग्रामीणों ने साथ ही कहा कि पेड़ काटने से इलाके में प्रदूषण फैलेगी जिसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ेगा.
विरोध के बीच भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती, महिलाएं पेड़ से लिपटी
ग्रामीणों के भारी विरोध को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई. पुलिस और वन कर्मियों से नोकझोंक के बीच ग्रामीणों को वहां से जबरन हटा कर पेड़ की काउंटिंग शुरू हुई. इस दौरान महिलाएं पेड़ से लिपट गई और इसे बचाने की गुहार करती देखी गई. ग्रामीणों का कहना है कि पेड़ काटने से बूढा खाप में प्रदूषण और बढ़ जाएगा. इससे गंभीर बीमारी फैलेगी। कुजू थाना प्रभारी भारी पुलिस बल के साथ खुद मौजूद थे. उन्होंने ग्रामीणों को काफी समझाया लेकिन ग्रामीण नहीं माने तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर सभी को वहां से हटाया इसके बाद पेड़ों की गिनती शुरू हुई.