Jharkhand Weather Forecast: झारखंड में मौसम के बदले मिजाज से राहत, कब तक हैं बारिश के आसार, येलो अलर्ट जारी
सोमवार को भी तेज हवा के साथ हल्की बारिश हुई. प्रभारी डॉ दुष्यंत कुमार राघव ने कहा कि किसान वर्षा जल का लाभ लेते हुए गरमा खेत की जुताई एवं गरमा सब्जी जैसे बोदी, भिंडी, टमाटर, बैंगन आदि की बुवाई के लिए तैयारी करें. हाल में हुई बारिश फलदार वृक्षों के लिए लाभकारी है.
मांडू (रामगढ़), धनेश्वर. झारखंड में मौसम के बदले मिजाज के कारण लोगों को गर्मी से राहत है. 30 अप्रैल तक गरज के साथ बारिश के आसार हैं. 27 अप्रैल तक मौसम को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है. ऐसे में घर से बाहर निकलने वक्त सावधानी बरतें. मौसम वैज्ञानिकों की मानें, तो ये बदलाव साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण है. सोमवार को भी तेज हवा के साथ हल्की बारिश हुई. प्रभारी डॉ दुष्यंत कुमार राघव ने कहा कि किसान वर्षा जल का लाभ लेते हुए गरमा खेत की जुताई एवं गरमा सब्जी जैसे बोदी, भिंडी, टमाटर, बैंगन आदि की बुवाई के लिए तैयारी करें. हाल में हुई बारिश फलदार वृक्षों के लिए लाभकारी है.
साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर
आने वाले 5 दिनों में गर्मी से आमलोगों को राहत मिलने की संभावना है. कृषि विज्ञान केंद्र, मांडू (रामगढ़) के मौसम पर्यवेक्षक शशिकांत चौबे ने बताया है कि आने वाले दिनों में भी मौसम का मिजाज आमजनों को राहत देने वाला है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जो कि मध्य प्रदेश के मध्य भाग में बना हुआ है, साथ में एक टर्फ है, जिसका असर झारखंड में देखने को मिल रहा है.
29 अप्रैल तक बारिश के आसार
मौसम पर्यवेक्षक शशिकांत चौबे ने बताया कि 24 अप्रैल को रामगढ़ जिले का उच्चतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस तथा वर्षा 20 एमएम दर्ज की गयी. 27 अप्रैल तक जिले में मेघ गर्जन एवं वज्रपात के साथ-साथ बूंदाबांदी सहित मध्यम दर्जे की वर्षा की संभावना है और 29 अप्रैल तक आकाश में कभी-कभी बादल छाने, मेघ गर्जन तथा वज्रपात साथ-साथ बूंदाबांदी या हल्की वर्षा की संभावना है.
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बारिश के पानी का फायदा उठाएं किसान
इन दिनों में रामगढ़ जिले का उच्चतम तापमान 32-35 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 18-22 डिग्री सेल्सियस के साथ मध्यम गति की हवा उत्तर-पश्चिम दिशा तथा कभी-कभी हवा की गति 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से भी होने की संभावना है. प्रभारी डॉ दुष्यंत कुमार राघव ने कहा कि किसान वर्षा जल का लाभ लेते हुए गरमा खेत की जुताई एवं गरमा सब्जी जैसे बोदी, भिंडी, टमाटर, बैंगन आदि की बुवाई के लिए तैयारी करें. हाल में हुई वर्षा फलदार वृक्षों के लिए लाभकारी है.
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डुमरौन में वज्रपात से दो मवेशियों की मौत
इधर, हजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड के डुमरौन मे वज्रपात से दो मवेशियों की मौत हो गयी. दो मवेशियों में एक गाय और एक बैल शामिल हैं. दोनों मवेशी सीताराम मेहता (पिता डेगन महतो) के थे. दोनों मवेशी तारा डुमरौन के खेत में चर रहे थे. इसी दौरान वज्रपात की चपेट में आ गए. घटना सोमवार दोपहर तीन बजे दिन घटी. ग्रामीणों ने बताया कि तूफान के साथ वज्रपात की चपेट में ये मवेशी आ गए. इससे घटना स्थल पर ही दोनों मवेशियों की मौत हो गयी.