Jharkhand news: रामगढ़ के कुजू और आस-पास का क्षेत्र मंगलवार को घने कोहरे से ढक गया. इस सीजन में ऐसा पहली बार हुआ. देर दोपहर तक घने कोहरे के साथ-साथ शाम तक बादल छाए रहे. कोहरा छाने से रांची-पटना सहित अन्य मार्गों पर वाहनों का आवागमन धीमा रहा. कनकनी और ठंड बढ़ने से लोगों की दिनचर्या बदल गई है.
ठंड बढ़ने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चला है. ठंड का प्रतिकूल असर पशुपालन और खेती पर भी पड़ रहा है. दूध विक्रेता रामकिशुन यादव कहते हैं कि बढ़ती ठंड से दुधारू पशुओं ने दूध की मात्रा कम कर दी है. इन्हें ठंड से बचाव के लिए बोरा से ढक कर रखा जा रहा है. वहीं, किसान जगदेव महतो कहते हैं कि कोहरे से आलू की फसल को नुकसान होने की संभावना है.
क्षेत्र में ठंड से बचाव को लेकर प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है. बढ़ रहे ठंड को लेकर लोग ठंड से बचाव की जुगत में जुटे हैं. क्षेत्र के कपड़ों की दुकानों पर मफलर, स्वेटर, जैकेट, कंबल, टोपी आदि की खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी है. इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक की दुकानों पर रूम हीटर, वाटर हीटर, गीजर भी खरीदे जा रहे हैं.
चाय की दुकानों पर अहले सुबह से देर शाम तक लोग चाय की चुस्कियां लेते हुए देखे जा रहे हैं. मोहम्मद मुस्ताक रुई से तोशक, तकिया, गद्दा, रजाई बनाते हैं. इन दिनों बढ़ती ठंड के कारण वे रजाई बनाने में व्यस्त हैं. उन्होंने अपनी दुकान पर समय से रजाई तैयार करने के लिए कारीगरों की संख्या बढ़ा दी है.
बढ़ती ठंड को लेकर कृषि विज्ञान केंद्र, मांडू के प्रभारी डॉ दुष्यंत राघव ने बताया कि आलू व सरसों के बचाव के लिए सावधानी बरतें. आलू में झुलसा (पाला) लगने की संभावना बढ़ जाती है. इसके लिए रिडोमिल दवा का छिड़काव करें. इस ठंड में सरसों में लाई लग सकती है. इसके लिए नीम ऑयल व कोनफिडोर दवा का छिड़काव करें. पशुओं को घर के अंदर रखे और बिचाली जमीन पर बिछा दें, ताकि पशु ठंड से बच सके.
रिपोर्ट: धनेश्वर प्रसाद, कुजू, रामगढ़.