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अफ्रीकी देश माली में फंसे मजदूर लौट रहे झारखंड, दूसरा जत्था पहुंचा रांची, वतन वापसी की राह ऐसे हुई आसान

Jharkhand News: गिरिडीह जिले के बगोदर के पांच मजदूर समेत हजारीबाग व गिरिडीह जिले के विभिन्न प्रखंडों के 33 मजदूर अफ्रीकी देश माली में फंसे हैं. आज 7मजदूर वापस लौटे. इससे पहले भी 6 मजदूर झारखंड लौट आये हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2022 5:38 PM

Jharkhand News: अफ्रीकी देश माली में फंसे झारखंड के मजदूरों का दूसरा जत्था दिल्ली की फ्लाइट से रांची पहुंचा. मजदूर सकुशल अपने वतन लौट आये हैं. इसे लेकर मजदूरों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही थी. वतन लौटे मजदूरों की संख्या सात है. इनमें गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के माहूरी के नंदलाल महतो भी शामिल है. लौटे मजदूरों ने भारत सरकार व झारखंड सरकार के प्रति वतन वापसी को लेकर आभार प्रकट किया है. बताते चलें कि बगोदर के पांच मजदूर समेत हजारीबाग व गिरिडीह जिले के विभिन्न प्रखंडों के 33 मजदूर अफ्रीकी देश माली में फंसे हैं. इससे पहले भी 6 मजदूर झारखंड लौट आये हैं.

7 मजदूर लौटे झारखंड

माली से पहले जत्थे में छह मजदूरों के झारखंड लौटने के बाद आज 7 मजदूरों का दूसरा जत्था रांची पहुंचा. वतन वापसी की खुशी उनके चेहरे पर साफ दिख रही थी. ये एक साल पहले ट्रांसमिशन लाइन में काम करने के लिए स्थानीय ठेकेदार के माध्यम से माली गए हुए थे, जहां काम के दौरान मजदूरों को आठ माह वेतन भुगतान के बाद शेष साढ़े तीन माह वेतन मिलना बंद हो गया था. इसे लेकर मजदूरों ने अपनी समस्याओं को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए भारत सरकार और झारखंड सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई थी. भारत सरकार व झारखंड सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए विदेश मंत्रालय के द्वारा भारतीय दूतावास से संपर्क कराते हुए मजदूरों की समस्या को दूर करने की बात कंपनी को कही गयी थी.

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20 मजदूरों का लौटना बाकी

गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के माहुरी गांव के नंदलाल महतो, हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ प्रखंड के उच्चाघाना के सुरेश महतो, मडमो के अरविन्द महतो, श्रीरामडीह सरिया के चांदो महतो, दुधपनिया डूमरी के हुलास महतो, कसमाकुरा डुमरी के भोला महतो, तुइयो डूमरी के होरिल महतो शामिल हैं. अभी भी 20 मजदूर माली में फंसे हुए हैं. अगले जत्थे में वे भी झारखंड लौट आयेंगे. बता दें कि इससे पहले वाले जत्थे में दिलीप महतो, छेदीलाल महतो, संतोष महतो, लालमणी महतो, लोकनाथ महतो एवं इन्ददेव ठाकुर लौट चुके हैं.

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रिपोर्ट: कुमार गौरव

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