झारसुगुड़ा: सामर्थ्य हत्याकांड में पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, तीसरा आरोपी गिरफ्तार
पहले से संपर्क होने के कारण सामर्थ्य उसके साथ चला गया और उनके चंगुल में फंस गया. अपहरण के बाद रात साढ़े आठ बजे अमित ने सामर्थ्य के पिता को फोन कर 50 लाख की फिरौती मांगी.
झारसुगुड़ा पुलिस ने बहुचर्चित सामर्थ्य अग्रवाल अपहरण व हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है. इसमें मृतक के पिता से लाखों रुपये की फिरौती वसूलने के लिये इस वारदात को अंजाम दिया गया था. इसके साथ झारसुगुड़ा एसपी ने इस हत्याकांड के हत्यारोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिये पुलिस के कटिबद्ध होने की बात कही है. इसे लेकर मंगलवार की शाम साढ़े पांच बजे जिला पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता में एसपी स्मित पी परमार ने इस बारे में विस्तार से जानकारी दी.
इसमें बताया गया कि मुख्य आरोपी अमित शर्मा व दिनेश अग्रवाल पर लाखों रुपये की देनदारी थी. उन्होंने इतनी बड़ी रकम को वसूलने के लिए ही, इस घटना को अंजाम दिया है. इस घटना के दस-पंद्रह दिन पहले ही दोनों ने अपहरण की योजना बनायी थी और उसे अंजाम दिया. अमित का मृतक सामर्थ्य के परिवार से बहुत गहरा संबंध था. इसी का फायदा उठा कर उन्होंने सामर्थ्य को अपना शिकार बनाने की योजना बनायी थी.
अमित का मृतक सामर्थ्य के परिवार से बहुत गहरा संबंध था. इसी का फायदा उठा कर उन्होंने सामर्थ्य को अपना शिकार बनाने की योजना बनायी थी. योजना के अनुसार गत 27 मार्च की शाम जब सामर्थ्य प्रतिदिन की तरह क्रिकेट खेलने घर से अपनी स्कूटी से निकला, तभी अमित ने उसे रास्ते में रोक कर अपने साथ चलने को कहा. पहले से संपर्क होने के कारण सामर्थ्य उसके साथ चला गया और उनके चंगुल में फंस गया. अपहरण के बाद रात साढ़े आठ बजे अमित ने सामर्थ्य के पिता को फोन कर 50 लाख की फिरौती मांगी.
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अपहरण के बाद रात को ही अमित व दिनेश उसे बुर्ला ले जा कर अपने एक परिचित वीमसार बुर्ला मैडिकल में एनेस्थीसिया विभाग में असिस्टेंट के रूप में कार्य करने वाले गणेश नायक के घर में रखा था और रात को वहीं खाना भी खाया. सुबह-सुबह वहां से बरगढ़ जिले के भेड़न थाना अंचल के एक निर्जन स्थान पर सामर्थ्य को ले जाकर हत्या करने के बाद उसके शव को जला दिया था. मृत सामर्थ्य उनकाें पहचानता था, इसी लिये उनको पकड़े जाने का डर था. प्रमाण नष्ट करने लिए उन्होंने युवक की हत्या कर शव को जला दिया.
हत्या व शव जलाने के बाद हत्यारों ने फिर सामर्थ्य के घर फोन कर 90 लाख रुपये की मांग की. एसपी ने आगे बताया कि घटना के बाद से ही हमारी टीम जांच में जुटी हुई थी. 28 मार्च की दोपहर को हमें हत्यारों की जानकारी मिल गयी थी. हमने रात को ही दोनों को गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ की, तो उन्होंने पूरी घटना कबूल ली. इसके बाद उन्हें कोर्ट चालान कर दिया गया था. हमने उनकी रिमांड अदालत से मांगी थी. अदालत ने तीन दिन की रिमांड दी, तो हमने सीन रिक्रिएशन कराने के साथ बुर्ला से गणेश नायक को पकड़ा.
रिमांड के दौरान सारी घटना हमारे सामने आ गयी. रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद अभियुक्तों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जिला उप-कारागार भेज दिया गया है. वहीं, तीसरे आरोपी गणेश नायक को भी मंगलवार कोर्ट चालान कर दिया गया. एसपी ने बताया कि उक्त अपहरण व जघन्य हत्याकांड के लिये हम जल्द ही चार्ज सीट दायर कर अदालत से इस मामले को फास्ट ट्रैक में चलाने का अनुरोध करेंगे. मैं शहरवासियों को अश्वासन देता हूं कि आरोपियों को जल्द से जल्द कठोर सजा दिलाने के लिए हम हर संभव प्रायस कर रहे हैं.
साथ ही एसपी ने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि, वे अफवाह पर ध्यान ना दें और जो भी हो हमसे आ कर शेयर करें. हम आपकी समस्या का समाधान करने के लिए तैयार हैं.