अभिनेता जिमी शेरगिल (jimmy shergill) की वेब सीरीज ‘योर ऑनर’ (your honour sony liv) सोनी लिव पर रिलीज हो चुकी है. अपनी इस वेब सीरीज, इंडस्ट्री में उठे नेपोटिज्म के सवालों और आउटसाइर्ड्स जो इंडस्ट्री में अपना मुकाम बनाना चाहते हैं इन सभी मुद्दों पर जिमी शेरगिल की उर्मिला कोरी से हुई बातचीत…
योर ऑनर से जुड़ने की वजह क्या रही ?
हमारे लिए सबसे बड़ी कहानी होती है. ई निवास जो इस सीरीज के निर्देशक हैं. मैं उन्हें काफी समय से कह रहा हूं कि आपने शूल जैसी बेहतरीन थ्रिलर फ़िल्म बनाने के बाद थ्रिलर बनाना बंद क्यों कर दिया. जिसके बाद वो योर हॉनर की स्क्रिप्ट लेकर आए. 450 पेज की स्क्रिप्ट थी. पढ़ी बहुत मज़ा आया फिर बाकी चीज़ें होती चली गयी. इससे पहले मैंने ज़ी फाइव पर रंगबाज़ सीरीज की थी. जो काफी सभी को पसंद आयी थी. जी फाइव का अभी भी वो नंबर वन सीरीज है.डिजिटल माध्यम को भी एन्जॉय कर रहा हूं.योर हॉनर में काफी अलग किरदार और कहानी है.उम्मीद है लोगों को पसंद आएगी. इस सीरीज के लिए बहुत सारी तैयारियां करनी पड़ी.शूटिंग से लगभग तीन चार महीने पहले से ही रीडिंग से लुक सभी पर बहुत काम किया गया था.
सीरीज में आप सफेद बालों और दाढ़ी में नज़र आ रहे हैं, इस लुक को अपनाने में कितने सहज थे?
मुझे याद है हैप्पी फिर भाग जाएगी कि प्रमोशन चल रही थी.ई निवास मुझसे मिलने आए थे.हमने साथ में लंच किया फिर कॉफी पीते पीते उन्होंने मुझे योर हॉनर की वन लाइन बतायी थी. इसके बाद उन्होंने मुझे देखते हुए कहा कि पिता की भूमिका में रहोगे इसलिए बाल और दाढ़ी सफेद करने पड़ेंगे।कर पाओगे.मैंने तुरंत कहा क्यों नहीं। हैप्पी फिर भाग जाएगी में मेरा ये लुक है इसलिए मैं आपको ऐसा नज़र आ रहा हूं.रियल लाइफ में मेरे बेटे की उम्र भी योर हॉनर वाले मेरे किरदार के बेटे जितनी ही है.किरदार के लिए खुद को यंग दिखा सकता हूं तो दाढ़ी और बाल सफेद करने में क्या परेशानी है.
यह वेब सीरीज इजरायल की सीरीज पर आधारित है क्या आपने वो शो देखा है ?
हां देखा, वैसे हमारी कहानी का ट्रीटमेंट बिल्कुल अलग है क्योंकि इजरायल के कल्चर और कानून हमारे से अलग हैं।हमें अपने हिसाब से इसे दिखाना था. हमारी यह सीरीज रोड ट्रैफिक नियमों और एक्सीडेंट्स के बारे में लोगों को बहुत जानकारी देगी.
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लॉकडाउन के पीरियड में आपको क्या सीख मिली ?
लॉकडाउन के इस पीरियड ने बताया कि वक़्त ही सबसे बड़ा बलवान है.उससे आगे कोई नहीं है. काफी समय बाद परिवार के साथ समय मिला तो शुरुआत के कुछ समय हॉलिडे टाइप वाला माहौल चल रहा था फिर लगा कि अब ज़्यादा हो रहा तो फिर मैंने अपने पुराने डिसिप्लिन वाले लाइफ को फॉलो करना शुरू किया.एक्सरसाइज,खान पान पर ध्यान.लॉक डाउन में सबसे बुरा ये हुआ अपने कुछ साथी बिछड़ गए और चाहकर भी उनसे आखिरी बार मिलने नहीं जा सका.इरफान भाई को आखिरी बार अलविदा ना कह पाने का दुख है.
सुशांत की मौत के बाद इंडस्ट्री में नेपोटिज्म का सवाल फिर उठ खड़ा हुआ है. आपने अपनी जर्नी में नेपोटिज्म से किस तरह डील किया है ?
जिनके पास पावर है वो अपनी चलाते आए हैं और चलाते रहेंगे. मुझे हमेशा से पता था अकेले इस इंडस्ट्री में आया हूं और अकेले ही चलना पड़ेगा.भगवान का नाम लेकर बस चलते रहे.96 में पहली फ़िल्म रिलीज हुई थी.लंबा वक्त गुज़र गया है.समझ गया था कि नाच गाने वाली फिल्मों से यहां नहीं टिक पाऊंगा ना ही बड़े बैनर की फिल्मों में लीड मिलेंगे तो मैंने हासिल,यहां जैसी फिल्में करनी शुरू की। मुन्नाभाई ,तनु वेड्स मनु का हिस्सा बनता चला गया. शुरुआत में डर भी लगता था लेकिन अब पीछे मुड़कर देखता हूं तो अपने फैसलों से खुशी होती है.उन्ही फैसलों की वजह से टिका हुआ हूं.
सुशांत की मौत ने आउटसाइडर्स जो इंडस्ट्री में कुछ करना चाहते हैं,उन्हें हताश कर दिया है आप उनसे क्या कहना चाहेंगे ?
मैंने जब शुरुआत की थी।उस वक़्त टीवी पर मुश्किल से 4 से 6 चैनल थे.5 से 10 प्रोडक्शन हाउस जो बड़ी फिल्में बनाते थे.आज तो आप चैनल बदलना शुरू करोगे शाम हो जाएगी. कितने चैनल उनमें कितने प्रोग्राम रियलिटी शोज।अब तो जमकर वेब सीरीज भी बन रही है. टीवी के सारे सुपरस्टार बाहर से ही आए हैं.कोई दिल्ली का है.कोई लखनऊ का तो कोई कहीं का.हमारे वक़्त में कुछ भी नहीं था. ये सोच भी नहीं सकते कि फिल्में नहीं मिलेगी तो क्या करूँगा.अब आपके पास टैलेंट है तो आप कुछ ना कुछ अच्छा कर ही लेंगे.
फिल्मों की शूटिंग कब से शुरू कर रहे हैं ?
हर दिन खबर मिलती है कि फलां तारीख से शूटिंग शुरू होगी लेकिन अभी तक कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है.वैसे मैं सबसे पहले अपनी पंजाबी फिल्म की शूटिंग पूरी करूँगा. लॉकडाउन के पहले 10 दिन की शूटिंग बची हुई थी।उम्मीद है कि जुलाई से शुरू होगी. पंजाब में ही शूटिंग होगी.
Posted By: Budhmani Minj