दरभंगा : बिहार में राक्षस राज चल रहा है. बिहार में सुशासन बाबू की सरकार में व्यवस्था चरमरा गयी है. जिप सदस्य जमाल अख्तर रूमी की मौत डीएमसीएच में इलाज के दौरान नहीं हुई है. बल्कि, जान-बूझ कर उसकी हत्या की गयी है. बुधवार को प्रेस वार्ता कर प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव ने उक्त बातें कहीं.
रूमी की मौत को तथाकथित बताते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि परिजनों को न्याय नहीं मिलता है, तो सड़क से सदन तक आवाज उठायी जायेगी. जांच कमेटी पर उंगली उठाते हुए उन्होंने कहा कि उन्हीं लोगों को जांच में शामिल किया गया है, जो रोमी के परिजनों के साथ मारपीट में शामिल थे.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में नर्स और गुंडों के भरोसे हॉस्पिटल चल रहे हैं. रूमी की मौत पर कई सवाल खड़े किये. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कब तक मौत का कारण नहीं बताया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराया गया है और ना ही मौत के कारण से संबंधित कोई साक्ष्य उपलब्ध कराया गया है.
उन्होंने कहा कि परिजनों के साथ मारपीट, बगैर परिजन के दाह संस्कार पुलिस एवं मेडिकल कर्मचारियों द्वारा किया जाना संदेह के घेरे में है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि किस परिस्थिति में दाह संस्कार किया गया अथवा परिजनों के साथ मारपीट की गयी. किन परिस्थितियों में परिजनों को मारपीट कर कैदी वार्ड में रखा गया, एसएसपी तक कोई जानकारी नहीं है.
तेजस्वी यादव ने सदर एसडीओ और सदर एसडीपीओ पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि इनकी लापरवाही की वजह से ही इतना बड़ा विवाद खड़ा हुआ है. इससे पहले तेजस्वी यादव ने परिजनों से मुलाकात कर इस लड़ाई को न्याय मिलने तक जारी रखने का भरोसा दिलाया.
#WATCH #बिहार: लोग मर रहे हैं ऐसे में कहां से वोट करने लोग जाएंगे। लोकतंत्र में लोक नहीं रहेगा तो तंत्र का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।आप चाहते हो लोग वोट करें और सीधे श्मशान जाएं। लाशों के ढेर पर हम चुनाव नहीं होने देंगे: RJD नेता तेजस्वी यादव, मधुबनी pic.twitter.com/FxtVQW86ze
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2020
तेजस्वी यादव ने मधुबनी के माधेपुर ब्लॉक के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. क्या आप मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हैं? पूछे जाने पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार बाढ़ में डूब गया और नीतीश जी के आंख के आंसू सूख गये. नीतीश जी यहां नहीं आयेंगे, लेकिन सात तारीख को अपनी कुर्सी बचाने के लिए वर्चुअल रैली अटेंड करेंगे. नीतीश कुमार जी की इंसानियत खत्म हो गयी है और अंतरात्मा बंगाल की खाड़ी में डूब रही है. बिहार में लोग मर रहे हैं. ऐसे में कहां से वोट करने लोग जायेंगे. लोकतंत्र में लोक नहीं रहेगा, तो तंत्र का कोई मतलब नहीं रह जायेगा. आप चाहते हो लोग वोट करें और सीधे श्मशान जाएं. लाशों के ढेर पर हम चुनाव नहीं होने देंगे.