Job Alert : आइआइटी आइएसएम के एनवीसीटीआइ ने स्टार्टअप के लिए आमंत्रित किया आइडिया
आइआइटी आइएसएम स्थित नरेश वशिष्ठ सेंटर फॉर टिंकरिंग एंड इनोवेशन (एनवीसीटीआइ) ने संस्थान के शिक्षकों व छात्रों से स्टार्टअप के लिए इनोवेटिव आइडिया आमंत्रित किया है. इसके लिए 30 मई को आइडिया प्रेजेंटेशन के लिए पिच एन इलिवेट का कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा.
Dhanbad : आइआइटी आइएसएम स्थित नरेश वशिष्ठ सेंटर फॉर टिंकरिंग एंड इनोवेशन (एनवीसीटीआइ) ने संस्थान के शिक्षकों व छात्रों से स्टार्टअप के लिए इनोवेटिव आइडिया आमंत्रित किया है. इसके लिए 30 मई को आइडिया प्रेजेंटेशन के लिए पिच एन इलिवेट का कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. एनवीसीटीआइ की ओर से बताया गया है कि इस कार्यक्रम के लिए मूल आइडिया ही स्वीकार किये जायेंगे.
28 मई तक करा लें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
आइडिया देने को इच्छुक अभ्यर्थियों से शनिवार (28 मई) तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने की अंतिम अवसर है. इस कार्यक्रम में चयनित टॉप फाइव आइडिया को पुरस्कृत किया जायेगा. प्रथम पुरस्कार के रूप में 15 हजार रुपये, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 10 हजार रुपये और तृतीय पुरस्कार पांच हजार रुपये दिये जाएंगे. साथ इन आइडिया को संस्थान की ओर से भी इंक्यूवेशन दिया जायेगा.
एमटेक में नामांकन के लिए सेकेंड कट ऑफ जारी
आइआइटी आइएसएम के एमटेक प्रोग्राम में नामांकन के जारी सेकेंड राउंड की काउंसेलिंग के लिए कटऑफ जारी किया गया है. इसमें सबसे अधिक कटऑफ अंक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग का गया है. अनारक्षित श्रेणी में इस का कटऑफ अंक 736 है. वहीं सबसे कम कटऑफ अंक पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विभाग का 343 है. केमिकल इंजीनियरिंग 440, सिविल इंजीनियरिंग 658, डाटा एनालिस्ट 714, अर्थक्वेक साइंस 580, इलेट्रिकल इंजीनियरिंग 689, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन 629, फ्यूल- मिनिरलस एंड मेटलर्जीकल 390, इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट 726, माइनिंग इंजीनियरिंग 448, माइनिंग मशीनरी 611 और फॉर्मास्यूटिकल साइंस एंड इंजिनियरिंग का कटऑफ अंक 550 है.
अर्थक्वेक साइंस इंजीनियरिंग के छात्र को विदेशी संस्था से बुलावा
आइआइटी आइएसएम के एमटेक प्रग्रोम के अर्थक्वेक साइंस इंजीनियरिंग विभाग छात्र को अमेरिका प्रतिष्ठित विवि से पीएचडी करने क लिए बुलावा आया है. इस विभाग के छात्र राशिद शम्स को अमेरिका स्थित लॉस एंजलेस स्थित सदर्न कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में पीएचडी के लिए चयनित किया गया है. उन्हें वहां सिविल और इंवायरमेंटल इंजीनियरिंग में पीएचडी करने का मौका दिया गया है.