Junior Hockey World Cup 2021: गत चैंपियन भारत एफआइएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप के सेमीफाइनल में शुक्रवार को छह बार की चैंपियन जर्मनी से खेलेगा, तो उसकी उम्मीदें मजबूत डिफेंस और ड्रैग फ्लिकरों के शानदार फॉर्म पर टिकी होंगी. टूर्नामेंट के पहले ही मैच में फ्रांस से 4-5 से हारने वाली भारतीय टीम ने अगले तीनों मैचों में शानदार प्रदर्शन करके लगातार दूसरी बार सेमीफाइनल में जगह बनायी.
भारत ने क्वार्टर फाइनल में यूरोपीय दिग्गज बेल्जियम को 1-0 से हराया. यशदीप सिवाच, उपकप्तान संजय कुमार और शारदानंद तिवारी ने डिफेंस में शानदार प्रदर्शन किया. भारत के दोनों गोलकीपर प्रशांत चौहान और पवन ने बेल्जियम के खिलाफ शानदार खेल दिखाया और कई शर्तिया गोल बचाये. भारत के पास संजय, तिवारी, अराइजीत सिंह हुंडल और अभिषेक लाकड़ा के रूप में चार पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ हैं, जो भारतीय आक्रमण की ताकत भी हैं. बेल्जियम के खिलाफ भारत का विजयी गोल पेनाल्टी कॉर्नर पर ही तिवारी की स्टिक से आया.
क्वार्टर फाइनल में गोल नहीं कर सकने के बावजूद संजय भारत के सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ्लिकर हैं और फ्रांस तथा पोलैंड के खिलाफ दो हैट्रिक लगा चुके हैं. बेल्जियम के खिलाफ भारत की सफलता की कुंजी खिलाड़ियों का शांतचित्त होकर खेलना रही. दबाव के क्षणों में भी उन्होंने अपना आपा नहीं खोया और कोच ग्राहम रीड ने भी यह बात स्वीकार की.
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सरकार ने गुरुवार को कहा कि उसने पिछले पांच साल में भारतीय पुरुष हॉकी टीम पर 65 करोड़ रुपये खर्च करने के अलावा खेल से जुड़ी 20 अवसंरचना परियोजनाओं पर करीब 104 करोड़ रुपये खर्च किये. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने राज्य सभा में सरकार ने कहा कि इस पैसे का इस्तेमाल कोचिंग शिविर, प्रतियोगिताओं और अन्य खर्चों के लिए किया गया.