IN PICS: तृणमूल सुप्रीमो के साथ मंच पर बंगाल की ‘जूनियर ममता बनर्जी’!

बच्ची ममता बनर्जी के पीछे मंच पर जाकर बैठ गयी. फिर वह कभी बायें, तो कभी दायें से झांकते हुए आगे बढ़ी. कुछ ही देर में वह ममता बनर्जी के बगल में आकर खड़ी हो गयी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 3, 2021 3:47 PM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के परिणाम आने के बाद ममता बनर्जी व्हील चेयर की बजाय अपने पैरों पर चलकर लोगों के सामने आयीं. जिस वक्त ममता बनर्जी मीडिया को संबोधित कर रहीं थीं, उसी वक्त उनके पीछे से एक बच्ची आयी. 8-10 साल की एक बच्ची.

In pics: तृणमूल सुप्रीमो के साथ मंच पर बंगाल की ‘जूनियर ममता बनर्जी’! 6

बच्ची ने काले रंग की टी-शर्ट और चेक पैंट पहन रखी थी. बच्ची ममता बनर्जी के पीछे मंच पर जाकर बैठ गयी. फिर वह कभी बायें, तो कभी दायें से झांकते हुए आगे बढ़ी. कुछ ही देर में वह ममता बनर्जी के बगल में आकर खड़ी हो गयी. ममता बनर्जी को वह निहार रही थी.

In pics: तृणमूल सुप्रीमो के साथ मंच पर बंगाल की ‘जूनियर ममता बनर्जी’! 7

कमर पर दोनों हाथ रखकर ममता बनर्जी के पास में खड़ी इस बच्ची का कॉन्फिडेंस देखते ही बन रहा था. ममता बनर्जी ने कालीघाट स्थित अपने आवास पर मीडिया को संबोधित करने के बाद विजय प्रतीक दिखाना शुरू किया, तो इस बच्ची ने दोनों हाथों से विक्ट्री साइन बनायी.

Also Read: ममता बनर्जी : वो सैनिक जिसने ‘टूटे पैर’ से भाजपा की युद्ध मशीन को बुरी तरह से पराजित किया

यह बच्ची कोई और नहीं, ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की बेटी अजानिया थी. अभिषेक और रुजिरा की बच्ची अजानिया. किसी राजनीतिक मंच पर संभवत: अजानिया को पहली बार देखा गया.

In pics: तृणमूल सुप्रीमो के साथ मंच पर बंगाल की ‘जूनियर ममता बनर्जी’! 8

ममता बनर्जी के साथ जब यह बच्ची मंच पर देखी गयी, तब तक बंगाल के चुनाव परिणाम स्पष्ट हो गये थे. ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने सभी दलों को ध्वस्त करते हुए 200 से अधिक सीटें जीत लीं थीं. इस जीत में अजानिका के पापा यानी अभिषेक बनर्जी की भी मेहनत शामिल है.

Also Read: दीदी हैं बंगाल की ‘दादा’, बंगाल चुनाव 2021 के परिणाम के क्या हैं मायने
In pics: तृणमूल सुप्रीमो के साथ मंच पर बंगाल की ‘जूनियर ममता बनर्जी’! 9

कई कद्दावर नेताओं के तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लेने के बाद मुश्किलों में घिरी पार्टी के लिए अभिषेक बनर्जी ने जी-तोड़ मेहनत की. पूरे बंगाल में घूम-घूम कर रैलियां कीं और कार्यकर्ताओं में जोश भरा, जिसका नतीजा है कि बंगाल में लगातार तीसरी बार ममता बनर्जी की सरकार बनने का रास्ता साफ हुआ.

Posted By : Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version