सिडनी: भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहले टी ट्वेंटी मुकाबले में 11 रन से हरा दिया. वनडे सीरिज 2-1 से गंवाने के बाद पहला टी ट्वेंटी जीतने से भारत का आत्मविश्वास बढ़ा है. इस बीच, मैच के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि ऑस्ट्रेलिया टीम के कोच जस्टिन लैंगर काफी खफा हो गए. ड्रेसिंग रूम में बैठे जस्टिन लेंगर को नाराज देखा जा सकता था.
किस बात से खफा थे ऑस्ट्रेलियाई कोच
बताते हैं कि पूरा वाकया क्या है. पहले टी ट्वेंटी में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. पहले बल्लेबाजी करते हुए एक समय 100 रन पर 6 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही भारतीय टीम को रविंद्र जडेजा ने उबारा. रविंद्र जडेजा ने 23 गेंदों में 5 चौके और 1 छक्के की मदद से 44 रनों की नाबाद पारी खेली, लेकिन इस दौरान उनकी मांसपेशियों में खिंचाव आ गया. यही वजह थी कि जडेजा गेंदबाजी के लिए नहीं आए.
रविंद्र जडेजा की जगह युजवेंद्र चहल शामिल
आइसीसी के नए नियम के मुताबिक किसी चोटिल खिलाड़ी की जगह उसी फॉर्मेट का कोई वैकल्पिक खिलाड़ी मैच में उतारा जा सकता है. भारतीय टीम ने रविंद्र जडेजा की जगह युजवेंद्र चहल को मैदान में उतारा. आइसीसी मैच रेफरी डेविड बून ने इसकी इजाजत दी. ये फैसला भारत के हक में गया क्योंकि चहल ने 4 ओवर में 25 रन देकर 3 विकेट हासिल किया.
इनमें स्टीव स्मिथ और आरोन फिंच के कीमती विकेट भी शामिल हैं. फैसला तो भारत के हक में गया लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच जस्टिन लैंगर इस फैसले से खासे खफा नजर आए. ड्रेसिंग रूम में उन्हें नाराजगी जाहिर करते हुए देखा गया.
वैकल्पिक खिलाड़ी के नियम पर कप्तान कोहली
मैच के बाद कप्तान कोहली ने कहा कि ये थोड़ा अजीब नियम है लेकिन आज के मैच में हमारे फेवर में गया. कप्तान विराट कोहली ने कहा कि चहल हमारी योजना या प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं थे. रविंद्र जडेजा की चोट की वजह से हमें युजवेंद्र चहल को गेंदजाबी के लिए उतारना पड़ा और ये फैसला हमारे हक में गया.
कप्तान कोहली ने कहा कि आप जब भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हैं तो अंतिम गेंद तक पूरे उत्साह और जुनून के साथ खेलना पड़ता है. कप्तान कोहली ने कहा कि खिलाड़ियों ने इकाई में अच्छा प्रदर्शन किया.
भारत ने 11 रन से जीता पहला टी-20 मुकाबला
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन टी ट्वेंटी सीरीज का पहला मैच कैनबरा के द ओवल मैदान में खेला गया. ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. भारतीय टीम जब एक समय 100 रन पर 6 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी.
तब रविंद्र जडेजा ने एक छोर संभाले रखा और ताबड़तोड़ 44 रन की पारी खेली. जडेजा की पारी की बदौलत टीम इंडिया 161 रन तक पहुंचने में कामयाब रही. जवाब में खेलने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट गंवाकर 150 रन ही बना सकी.
Posted By- Suraj Thakur