भारत की स्टार शटलर ज्वाला गुट्टा ने भी प्रदर्शनकारी पहलवानों का समर्थन किया है और कहा कि अपने देश की खिलाड़ी लड़कियों को इस प्रकार देखना दिल तोड़ने वाला है. देश के कुछ शीर्ष पहलवान कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
पहलवानों की पहली मांग बृजभूषण की गिरफ्तारी है. एक नाबालिग सहित 7 महिला पहलवानों ने सिंह के खिलाफ उत्पीड़न और डराने का आरोप लगाया है. ज्वाला गुट्टा ने कहा कि हमारे देश में खेल को करियर के रूप में चुनने के लिए बहुत साहस की आवश्यकता होती है.
ज्वाला गुट्टा ने आगे कहा कि युवा लड़कियों के लिए ऐसा करने के लिए केवल साहस से अधिक की आवश्यकता होती है. अपने पहलवानों को इस तरह देखना दिल तोड़ने वाला है. ऐसा नहीं होना चाहिए.
ज्वाला गुट्टा पिछले काफी समय से कोर्ट से बाहर हैं. उन्होंने पहलवानों के समर्थन में 31 मई को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें पहलवानों के प्रति अपनी पूरी सहानुभूति दर्ज की है.
प्रदर्शनकारी पहलवाल 30 मई को विरोध प्रदर्शन के रूप में अपने मेडल हरिद्वार में गंगा में प्रवाहित करने गये थे. लेकिन, किसान नेता नरेश टिकैत के समझाने के बाद पहलवानों ने अपने मेडल पवित्र गंगा में प्रवाहित नहीं किये.
गंगा के किनारे बैठकर पहलवानों के रोने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद 1983 क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के कई पूर्व क्रिकेटरों ने उनसे जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाने की अपील की है.
दूसरी ओर पहलवानों के समर्थन में हरियाणा के कुरुक्षेत्र में खाप महापंचायत का आयोजन किया गया है. पहलवानों की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने पहले ही बृजभूषण के खिलाफ दो मामले दर्ज किये हैं और जांच जारी है.
सरकार की ओर से खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि हम पारदर्शी तरीके से इसका हल निकालने का प्रयास कर रहे हैं. हम सभी चाहते हैं कि न्याय मिले लेकिन इसके लिये कानूनी प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार करना होगा.